श्रीलंका सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल विकुम लियांगे, आरडब्ल्यूपी, आरएसपी, यूएसपी 7 दिसंबर तक भारत की यात्रा पर हैं। यह यात्रा भारत और श्रीलंका की सेनाओं के बीच दीर्घकालिक संबंधों का प्रमाण है। लेफ्टिनेंट जनरल विकुम लियांगे की यह यात्रा 4 दिसंबर को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि समारोह के साथ शुरू हुई। यहां उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के उन नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है।
नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक लॉन में लेफ्टिनेंट जनरल विकुम लियांगे को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे से मुलाकात की।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक उन्होंने विचारों का आदान-प्रदान किया और दोनों सेनाओं के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने सहित विभिन्न समसामयिक मुद्दों पर रचनात्मक चर्चा की। इसके बाद, लेफ्टिनेंट जनरल विकुम लियांगे ने रक्षा सचिव गिरिधर अरमने, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह से बातचीत की।
श्रीलंका सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल विकुम लियांगे का चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि ये बैठकें और द्विपक्षीय चर्चाएं दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और बढ़ाने के साझा लक्ष्यों पर जोर देती हैं।
इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा दो मित्र पड़ोसी देशों के बीच राजनयिक और सैन्य संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देते हुए, वर्षों से फलित स्थायी सौहार्द को मजबूत करती है।