महाराष्ट्र के सोलापुर में भड़काऊ भाषण देकर AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी फंस गए हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने उन्हें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 168 के तहत नोटिस जारी किया है। पुलिस ने ओवैसी को यह नोटिस भरी सभी में मंच पर दिया। ओवैसी बुधवार को सोलापुर मध्य विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार फारूक शाब्दी की प्रचार रैली में आए थे और मंच पर थे, तभी उनको पुलिस ने नोटिस दिया।
नोटिस में ओवैसी को अपने भाषण में किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचाने और भड़काऊ भाषण न देने की हिदायत दी गई है। क्योंकि नोटिस मराठी भाषा में था तो ओवैसी ने अंग्रेजी भाषा में नोटिस मांगा। इसलिए पुलिस ने उन्हें अंग्रेजी भाषा का नोटिस भी ईमेल कर दिया। वहीं नोटिस लेते हुए ओवैसी ने कहा कि नोटिस दूल्हे भाई को ही आते है, किसी दूसरे को नहीं आते। सिर्फ भाईजान से ही मोहब्बत है न, क्या करें। इस तरह उन्होंने नोटिस का मजाक भी उड़ाया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रचार चल रहा है। हैदराबाद से सांसद और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और डिप्टी CM फडणवीस के बीच जुबानी जंग भी चल रही है। बुधवार को महाराष्ट्र के सोलापुर में चुनावी रैली में आए थे। यहां उन्होंने ’15 मिनट’ का किस्सा सुनाया। उन्होंने लोगों का बताया कि साल 2012 की बात है। उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने एक रैली में बयान दिया था।
उसने कहा था कि अगर देश से 15 मिनट के लिए पुलिस नाम की चीज को खत्म ही कर दिया जाए तो पता चल जाएगा कि ताकतवर कौन है? इतना कहने के बाद उन्होंने तुरंत वेरी सॉरी कहते हुए बात पलट दी। मोबाइल और घड़ी देखी और फिर बोले कि 9.45 हुए हैं तो सभी अपनी घड़ी में टाइम देख लो। चुनाव प्रचार करते 15 मिनट हो गए हैं। इस तरह उन्होंने 15 मिनट का कनेक्शन जोड़ा।
बता दें कि ओवैसी की पार्टी AIMIM भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ रही है। 16 सीटों पर ओवैसी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। चुनाव प्रचार करने के लिए वे और उनके भाई दोनों महाराष्ट्र में ही हैं।