सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर आतिशबाजी पर पूरे देश में रोक लगा दिया है। इसी बीच एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बीजेपी सांसद कीर्ति वर्धन सिंह ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए पटाखा को लेकर जहां बड़ा बयान दिया वहीं संसद में नीतीश कुमार के बयान पर पूछे गए सवालों से बचते नजर आए।
गोंडा-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाओं ने अरगा नाम से विभिन्न उत्पाद बनाए हैं। दीपावली के अवसर पर विकास भवन में स्टाल लगाया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ करने पहुंचे बीजेपी सांसद ने पत्रकारों के पटाखे पर किए गए सवाल को लेकर सांसद ने कहा कि क्या भगवान राम जब वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे दीपावली मनाई गई थी। क्या उस समय पटाखा था। उन्होंने कहा कि उस समय दिए जलाए जाते थे। पटाखे हैं ठीक है। सांसद ने कहा कि हम खुशी का इजहार करें। लेकिन हमारी खुशी के इजहार से किसी को कोई दिक्कत ना हो। हम पटाखा जलाएं और लोग सांस ना ले पाए। कहां सिर्फ पटाखे की बात नहीं है। पराली भी जलाई जाती है। उससे भी प्रदूषण फैलता है। दिल्ली में लोग आज सांस नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमारे ही घर के बच्चे हैं। वह बेचारे सांस नहीं ले पा रहे हैं। वहां इतना अधिक प्रदूषण हो गया है। हमें एक नागरिक होने के नाते अपना दायित्व निभाना चाहिए। प्रदूषण को कम करने के लिए हमें सुप्रीम कोर्ट और किसी ला की जरूरत नहीं होनी चाहिए। एक नागरिक होने के नाते प्रदूषण कम करने के लिए जो भी संभव हो वह हमें स्वयं करना चाहिए।
देश में महिला सशक्तिकरण की बात हो रही है। नीतीश कुमार ने जिस तरह से संसद में महिलाओं को लेकर अभद्रता की बात किया है। इस पर आपका क्या नजरिया है। सांसद ने कहा कि यह बात उनसे जाकर पूछिए जिस जनता ने उनको चुनकर भेजा है। हमने तो नीतीश कुमार को वोट दिया नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं उनके वक्तव्य को नहीं जानता हूं।