अगले पांच साल में बिहार को बीमारू राज्य (BIMARU states) के श्रेणी से बाहर करने के लिए प्रदेश के विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग जोर पकड़ने लगी है। वित्त वर्ष 2024-25 के केंद्रीय बजट से पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) ने राज्य के लिए विशेष पैकेज की मांग तेज कर दी है। इसको लेकर डिप्टी सीएम ने नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की।
बिहार में विकास की गति को तेज करने के लिए जदयू ने अपनी प्रतिबद्धता एक बार फिर दोहाई है। दरअसल, पिछले महीने (29 जून) पार्टी ने आयोजित अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें कहा गया था कि अगर बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा दिया गया तो यह उच्च विकास पथ पर पहुंच जाएगा। ऐसे में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मुलाकात अहम मानी जा रही है। इस बीच बिहार में विकास की गति को तेज करने के लिए जदयू ने अपनी प्रतिबद्धता एक बार फिर दोहाई है। दरअसल, पिछले महीने (29 जून) पार्टी ने आयोजित अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें कहा गया था कि अगर बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा दिया गया तो यह उच्च विकास पथ पर पहुंच जाएगा।
ऐसे में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मुलाकात अहम मानी जा रही है। बिहार के डिप्टी सीएम के साथ पूर्व जदयू अध्यक्ष व कृषि मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद रहे। वित्त मंत्री से मुलाकात के दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बिहार के विकास और प्रदेश में चल रही विकास योजनाओं को लेकर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने वित्त मंत्रालय में मुलाकात के दौरान बिहार के विकास, राज्यहित एवं जनहित से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की। उन्होंने प्रदेश में चल रही विकास योजनाओं को लेकर भी बातचीत की। मुलाकात के दौरान सम्राट ने निर्मला से इस बात पर चर्चा की है जिससे बिहार में अधिक राशि पहुंच सके और राज्य का तेज गति से विकास हो सके।
राज्य के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन से जबकि कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। दोनों ने बिहार में चल रही योजनाओं को लेकर केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा की और जोर दिया कि बिहार में केंद्रीय योजनाओं का खर्च बढ़ाया जाए। लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए, भाजपा और जेडीयू की सीटें घटी हैं। नरेंद्र मोदी सरकार को जेडीयू का समर्थन अहम है। विधानसभा चुनाव से पहले बिहार पर केंद्र की विशेष कृपा की संभावना जताई जा रही है।