गुजरात पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 45 पाकिस्तानी हिंदू को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि वीजा खत्म होने के बाद भी ये लोग यहां रह रहे थे। पुलिस के अनुसार, वीजा समाप्त होने और दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) के लिए उनके आवेदन खारिज हो जाने के बाद भी ये लोग बनासकांठा के अकोली गांव में रहे थे। करीब दो महीनों से अवैध रूप रहने के आरोप में इन लोगों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई। स्थानीय खुफिया ब्यूरो और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रहे है।
स्थानीय खुफिया ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक संतोष धोबी ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तान के इन नागरिकों को यहां अकोली गांव से हिरासत में लिया गया। संतोष धोबी ने कहा कि अब उन्हें वापस अपने देश पाकिस्तान भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
पुलिस निरीक्षक संतोष ने बताया कि यह पाकिस्तानी नागरिक उत्तराखंड के हरिद्वार घूमने के लिए भारत आए थे। इसके बाद अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए बनासकांठा आए। वे वैध वीजा पर पिछले दो महीने से भारत में थे। वे अधिक समय तक रुके रहे क्योंकि उनके वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी और उनका एलटीवी स्वीकृत नहीं हुआ। पुलिस निरीक्षक ने कहा कि वे पिछले चार-पांच दिनों से बनासकांठा में थे।
पुलिस निरीक्षक संतोष ने बताया कि यह पाकिस्तानी नागरिक उत्तराखंड के हरिद्वार घूमने के लिए भारत आए थे। इसके बाद अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए बनासकांठा आए। वे वैध वीजा पर पिछले दो महीने से भारत में थे। वे अधिक समय तक रुके रहे क्योंकि उनके वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी और उनका एलटीवी स्वीकृत नहीं हुआ। पुलिस निरीक्षक ने कहा कि वे पिछले चार-पांच दिनों से बनासकांठा में थे।
पिछले दिनों पाकिस्तान ने अपनी जेलों में बंद भारतीय नागरिकों की सूची भारतीय उच्चायोग को सौंपी थी। वर्तमान में पाकिस्तानी के जेलों में 42 आम नागरिक और 266 मछुवारों सहित 308 भारतीय बंद हैं। वहीं, भारतीय जेलों में पाकिस्तान के 417 कैदी बंद हैं। इनमें 343 आम नागरिक और 74 मछवारे हैं।