नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के पहले राजकीय दौरे पर मंगलवार सुबह रवाना हो गए। मोदी का अमेरिका दौरा 21 जून से शुरू होकर 24 जून को खत्म होगा और यहां से प्रधानमंत्री मिस्र के दौरे पर जाएंगे।  मोदी ने अमेरिका रवाना होने से पहले विश्वास व्यक्त किया कि उनकी अमेरिका की यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध और भी मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘मैं राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला डॉ जिल बाइडेन के निमंत्रण पर अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जा रहा हूं। यह विशेष निमंत्रण हमारे लोकतंत्रों के बीच साझेदारी के उमंग और शक्ति को दर्शाता है।” प्रधानमंत्री की इस यात्रा की खास बात यह है कि वह दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।

वहीं, कॉरपोरेट जगत की प्रमुख भारतीय अमेरिकी हस्ती पुनीत रंजन का कहना है कि भारत और अमेरिका ‘‘स्वाभाविक सहयोगी” हैं तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजकीय यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी। ‘डेलॉइट ग्लोबल’ कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रहे रंजन ने कहा कि अमेरिका ‘‘बाहें फैलाकर” प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत कर रहा है और उनकी राजकीय यात्रा ‘‘बहुत अहम” है। रंजन 2015 से 2022 तक डेलॉइट ग्लोबल के सीईओ के रूप में सेवाएं देने के बाद पिछले साल 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने कहा कि अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने से लेकर राजकीय रात्रिभोज तक मोदी की यात्रा का पूरा कार्यक्रम ‘‘विशिष्ट” है।

अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के निदेशक मंडल में शामिल रंजन ने कहा कि मोदी की राजकीय यात्रा दर्शाती है कि अमेरिका भारत के साथ संबंधों को कैसे देखता है और ‘‘हमें इस पर बहुत गर्व होना चाहिए और हमें इससे बड़ी आशा रखनी चाहिए।” उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका-सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश और सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश- स्वाभाविक सहयोगी हैं। भारत के साथ-साथ अमेरिका को भी अपना घर कहने वाले भारतीय-अमेरिकी समुदाय के मेरे जैसे लोग और कानून के शासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता, ये सभी स्वाभाविक सहयोगी होने के तत्व हैं। मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा संबंधों को अगले स्तर पर ले जाएगी।” रंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने तीन अलग-अलग अमेरिकी राष्ट्रपतियों – बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप और अब बाइडन के साथ मिलकर संबंधों को आगे ले जाने की दिशा में ‘‘उल्लेखनीय काम” किया है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार सुबह अमेरिका की यात्रा के लिए नयी दिल्ली से रवाना हो गए। मोदी 21 से 23 जून तक अमेरिका की राजकीय यात्रा पर रहेंगे। इसके बाद वह 25 जून तक मिस्र की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा न्यूयॉर्क से शुरू होगी, जहां वह 21 जून को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह की अगुवाई करेंगे। इसके बाद वह वाशिंगटन डी.सी. जाएंगे, जहां 22 जून को व्हाइट हाउस में उनका पारंपरिक स्वागत किया जाएगा और वह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन 22 जून की शाम प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे।

मोदी 23 जून को कई प्रमुख कंपनियों के सीईओ, पेशेवरों और अन्य हितधारकों के साथ भी बातचीत करेंगे। वह भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 23 जून को मोदी के सम्मान में आयोजित दोपहर भोज की मेजबानी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी वाशिंगटन के प्रतिष्ठित ‘रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग एंड इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर’ में 23 जून को आयोजित कार्यक्रम में भारतीय-प्रवासियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में 24 से 25 जून तक मिस्र की राजकीय यात्रा पर काहिरा जाएंगे। मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर यह यात्रा कर रहे हैं।

 

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