मणिपुर में एक बार फिर हालात खराब होने लगे हैं। जिरीबाम जिले में हथियारबंद घुसपैठियों ने गोलीबारी, लूटपाट और आगजनी करके आतंक मचाया हुआ है। ताजा मामले में जैरावन गांव में एक महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। उसे जिंदा जला दिया गया। वहीं इस दौरान लगाई गई आग में करीब 17 घर भी जलकर राख हो गए।
मृतका 3 बच्चों की मां थी और उसके पति ने पुलिस को शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई है। उसने आरोप लगाया कि हथियारबंद लोग जबरन घर में घुस आए और उसकी पत्नी को एक कमरे में बंद कर दिया। उसे और बच्चों को दूसरे कमरे में बंद कर दिया। उन्होंने पत्नी का यौन उत्पीड़न करके उसकी हत्या कर दी। कमरे को आग लगा दी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस महिला के जले हुए शव को फोरेंसिक जांच के लिए पड़ोसी राज्य असम के सिलचर में भेजेगी। जिरीबाम के SP ने जिला मजिस्ट्रेट को ऐसा करने के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि राजधानी में पोस्टमार्टम और फोरेंसिक जांच के लिए सुविधाएं नहीं हैं। मणिपुर में गहराए जातीय संकट के बीच नेशनल हाईवे-37 के जरिए शव को जिरीबाम से इंफाल लेकर जाना भी संभव नहीं होगा, इसलिए शव को एयरलिफ्ट करके असम भेजा जाएगा।
बता दें कि जिरीबाम में पिछले 2 महीने से हिंसा का दौर जारी है। बलात्कार, हत्या, लूटपाट, आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। गत 7 सितंबर को भी जिले में 6 लोगों की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। एक बार फिर मैतेई, कुकी और नागा समुदायों का विवाद सुलझाने के लिए बैठकों को दौर शुरू हो गया है।
बता दें कि 2 दिन पहले भी मणिपुर के जिरीबाम इलाके में ही महिला टीचर को गोली मार गई थी। फिर उसे घायल अवस्था में ही आग के हवाले कर दिया गया था। इस दौरान महिला की मौत हो गई थी। घुसपैठियों ने उस दिन कई घरों को आग लगा दी थी। यह घटना भी जैरावन गांव में ही हुई थी। यह गांव जिला मुख्यालय में जिरीबाम पुलिस स्टेशन से सिर्फ 7 किलोमीटर दूर है। इस गांव के पास CRPF कैंप भी है। मृतका की शिनाख्त 31 वर्षीय जोसांगकिम के रूप में हुई थी, जो पेशे से टीचर थी और अपने 3 बच्चों-पति के साथ गांव में रहती थी। रात के करीब 9 बजे घर में घुसकर वारदात अंजाम दी गई थी।