पूर्व चेयरमैन शहला ताहिर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब धोखाधड़ी और जालसाजी के मुकदमे में कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है। पूर्व चेयरमैन कोर्ट में हाजिर नहीं होती हैं तो उनकी सम्पत्ति कुर्क की जाएगी।
राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग व डीएम के आदेश पर राजस्व निरीक्षक चोखे सिंह ने धोखाधड़ी कर पिछड़ी जाति का फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवा पिछड़ों के लिए आरक्षित नगर पालिका अध्यक्ष की सीट पर चुनाव लड़ने पर मुकदमा दर्ज कराया था। इस पर शहला ताहिर ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी थी। इस मुकदमे की विवेचना कर रहे एसआई प्रदीप कुमार ने कोर्ट में अर्जी दे उनका गिरफ्तारी वारंट जारी करने की याचना की थी। इसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने उनका गैर जामनती वारंट जारी किया है। पूर्व चेयरमैन कोर्ट में हाजिर नहीं होती है तो उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी।
आरक्षित सीट पर चुनाव जीती थीं शहला ताहिर वर्ष 2017 में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित थी। इस पर चेयरमैन शहला ताहिर पिछड़ी जाति के प्रमाणपत्र के आधार पर चुनाव लड़कर चुनाव जीत गईं थीं। इसके बाद उनकी जाति को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इस मामले में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष नीरेन्द्र सिंह राठौर ने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग से मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। उनकी शिकायत पर हुई मामले की जांच के बाद उनका पिछड़ी जाति का प्रमाणपत्र निरस्त कर दिया गया था।
कोतवाल नवाबगंज राजीव कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व चेयरमैन शहला ताहिर मुकदमे में पुलिस का सहयोग नहीं कर रही थी। कई बार तलाशने के बाद भी वह पुलिस को नहीं मिली। कोर्ट ने उनका गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अगर वह कोर्ट में पेश नहीं होती हैं। तो उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी। –