उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कहे हुए बोल ‘बटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो सेफ रहोगे’ को एक मुस्लिम नेता ने अपना पूरा समर्थन देते हुए राजनीतिक गलियारे में सनसनी फैला दी है। ‘गौ माता को राष्ट्रीय पशु घोषित करो’ की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लिए दरअसल, यह भाजपा नेता कोई और नहीं तौकीर अहमद हैं। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच काशी प्रांत के यह सहसंयोजक भी हैं।
गुरुवार को मिर्जापुर नगर के बीएलजे इंटर कॉलेज के खेल ग्राउंड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में यह आकर्षण का केंद्र बने रहे हैं। हाथों में गौ माता को राष्ट्रीय पशु घोषित करो लिखा हुआ तख्ती लिए तौकीर अहमद ने बटोगे तो कटोगे एक रहोगे तो सेफ रहोगे के साथ बाकायदा अभी तो चाय वाला 2029 में गाय वाला लिखकर चर्चा के केंद्र बिंदु में रहे हैं। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ उनके लिखे हुए यह बोल जनसभा में आने वाले लोगों के लिए न केवल आकर्षण का केंद्र रहा है, बल्कि वह लोगों के लिए किसी सेल्फी पॉइंट से कम नहीं रहे हैं।
‘पत्रिका’ से मुखातिब होते हुए तौकीर बड़े ही बेबाकी से कहते हैं कि, “गाय हमारी माता है और हिंदू धर्म की आस्था से जुड़ी हुई हैं, जिनके दूध को पीकर हम सभी पले बढ़े हुए हैं। ऐसे में उन्हें राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना चाहिए यह सिर्फ हिंदू समाज की नहीं बल्कि हम सभी की मांग है। किसानों के लिए गौ माता इनकम (आय) का श्रोत भी हैं, हम चाहते हैं कि इनका संरक्षण हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान का भी पूर्ण समर्थन करते हुए कहते हैं कि मुख्यमंत्री ने जो कहा है कि एक रहोगे तो सेफ रहोगे, बटोगे तो कटोगे किसी हिंदू-मुस्लिम के लिए नहीं कहां है किसी ईसाई के लिए नहीं कहा है , किसी धर्म का नहीं लिया है। बल्कि समाज के एकजुटता पर जोर दिया है।
गौ हत्या पूरी तरह से बंद होना,
मिर्ज़ापुर जिले के नारायनपुर विकास खंड क्षेत्र के रहने वाले तौकीर अपने बेबाक बोल और योगी समर्थन को लेकर सुर्खियों के साथ-साथ बहिष्कार और प्रताड़ना का भी दंश झेलते हुए आए हैं। वह बताते हैं कि अयोध्या जाने के कारण उन्हें मुस्लिम बंधुओं के बहिष्कार और विरोध का भी सामना करना पड़ा है बावजूद इसके वह पीछे नहीं हटे हैं। वह कहते हैं कि वह किसी धर्म दल विशेष की बात नहीं करते हैं बल्कि समाज की एकजुट और संवाद, सामंजस की बात करते हैं। ओवैसी को निशाने पर रखते हुए तौकीर कहते हैं मुस्लिम भाइयों के रहनुमा बनने के नाम पर यह समाज में वैमनस्य पैदा करते आ रहे हैं। वह कहते हैं मुस्लिम समाज के बच्चे हाफी-मौलाना के साथ-साथ आईएएस, पीसीएस बने तो देश और समाज दोनों का तरक्की होगा।