मुंबई के दायें हाथ के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने शुक्रवार से शुरू होने वाले बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मुक़ाबले से अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने पीठ में दर्द का कारण बताते हुए चयन के लिए उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी है। इससे पहले श्रेयस ने मुंबई के लिए रणजी के 7वें राउंड का मुकाबला नहीं खेला और अब वह इंजरी के कारण नॉकआउट मैच से बाहर हो गए हैं।
लेकिन अय्यर के टीम से बाहर होने के ठीक एक दिन बाद नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) ने खुलासा किया है कि वे पूरी तरह से फिट हैं। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ कि एक रिपोर्ट के मुताबिक एनसीए में स्पोर्ट्स साइंस एंड मेडिसिन के प्रमुख नितिन पटेल ने चयनकर्ताओं को ईमेल में जानकारी दी कि श्रेयस को कोई नई चोट नहीं और वह पूरी तरह से फिट हैं।
पटेल ने अपने ईमेल में लिखा, ‘इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम की हैंडओवर रिपोर्ट के अनुसार श्रेयस अय्यर फिट थे और चयन के लिए उपलब्ध थे। टीम इंडिया से जाने के बाद फिलहाल किसी ताजा चोट की खबर नहीं है।’
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उन युवा खिलाड़ियों से नाराज़ है जो भारतीय टीम में नहीं चुने जाने के बावजूद रणजी ट्रॉफी का हिस्सा नहीं हैं। कई ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का इंतजार कर रहे हैं और रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलना चाहते। ऐसे में बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों को चेतावनी दी थी और अपने -अपने राज्य जी रणजी टीम से जुड़ने के आदेश दिये थे।
बीसीसीआई ने लेटर लिख कर कहा था कि अगर खिलाड़ी फिट होकर भी घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहे तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। जिसके बाद खबर आई थी कि श्रेयस अय्यर रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मुक़ाबले में मुंबई के लिए खेलते हुए नज़र आएंगे।
अय्यर के अलावा पिछले मुक़ाबले में मुंबई के लिए शतक लगाने वाले शिवम दुबे भी इंजर्ड हैं। वह भी बड़ोदा के खिलाफ मुंबई से मुकाबला नहीं खेल सकेंगे। मुंबई ने नॉकआउट स्टेज के लिए 19 साल के ऑलराउंडर मुशीर खान को शामिल किया है।