एक सप्ताह बाद सोनी के घर के पीछे वाले बंद पड़े घर से बदबू आनी शुरू हुई। पहले तो गांव वालों ने नजरअंदाज किया। लोगों ने सोचा कि कोई जानवर मर गया होगा। लेकिन जब यह दुर्गंध हद से पार हो गई, तब लोगों ने 5 दिसंबर को शाम करीब 7 बजे बंद पड़े घर को खुलवाया। जैसे ही दरवाजा खुला वहां का दृश्य देख रौंगटे खड़े हो गए।मौके पर सोनी का सड़ा हुआ शव पड़ा हुआ था। इसके बाद गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गांव वालों के साथ-साथ सोनी के माता-पिता को बुलाया। उन्होंने शव देखते ही बेटी की पहचान कर ली।
सोनी के घरवालों ने बेटी की हत्या का आरोप गांव के ही सदानंद के बेटे शिशुपाल पर लगाया। बताया कि बेटी के गायब होने के बाद से शिशुपाल भी गायब है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया। मोबाइल सर्विलांस में भी आरोपी की कॉल डिटेल मैच की गई। इसके बाद आरोपी की फोटो वायरल की गई।
पुलिस ने जैसे ही शिशुपाल से सोनी की हत्या के बारे में पूछा। उसने अपना सोनी के हत्या की बात कबूल कर लिया। शिशुपाल ने कहा, सोनी हमारे पड़ोस में ही रहती थी और हम दोनो लम्बे समय से प्यार करते थे। इस बीच घर वालों ने उसकी शादी तय कर दी। यह जानकारी मिलते मुझे अघात लगा और मैंने सोनी को मिलने के लिए बुलाया।
(2) हमारे रिश्ते के बारे में अपने घर में बताया? वो इसके बारे में भी कुछ नहीं बोली।
इन सभी सवालों को उसके पास कोई जवाब नही था। इसके बाद मैं प्रेम में ठगा महसूस समझा और अपना आपा खो दिया। इसके बाद मैने उसके गले में गमछा डाल तब तक कसा जब तक की उसकी आंखे उलट नही हैं, सांसे बंद नहीं हो गई। अब मुझे यह सकून है की वही मेरी नही हुई तो किसी दूसरे की भी नही हुई। किसी दूसरे के साथ देखने की बात सोच कर भी मैं सिहर उठता था।