दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और विपक्षी दलों के बीच बयानबाजी ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी द्वारा प्रियंका गांधी को लेकर दिए गए विवादित बयान ने तूल पकड़ लिया है। हालांकि, बिधूड़ी ने बाद में अपने बयान पर खेद जताया, लेकिन इस पर प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गईं। प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए नेताओं को असंवेदनशील भाषा का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है, खासकर जब मामला महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा से जुड़ा हो।

बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी को लेकर एक आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसे लेकर सियासी हलकों में हड़कंप मच गया। बिधूड़ी ने बयान देने के बाद सार्वजनिक रूप से माफी भी मांग ली, लेकिन तब तक बयान ने काफी ध्यान खींच लिया था। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह की बयानबाजी चुनावी प्रचार का हिस्सा हो सकती है, लेकिन यह राजनीति के स्तर से नीचे गिरकर की गई है।

प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने इस मुद्दे पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “नेताओं को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खासकर जब बात महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा की हो, तो इस तरह के बयान बिल्कुल अनुचित हैं।” रॉबर्ट वाड्रा ने इसके साथ ही नेताओं को अपनी शब्दों पर कड़ी नजर रखने की सलाह दी, ताकि समाज में सकारात्मक माहौल बना रहे और महिला सुरक्षा का मुद्दा महत्वपूर्ण रहे।

इस बयानबाजी के बाद राजनीतिक हलकों में एक और अहम मुद्दा उठ रहा है, जो है महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा। कई नेताओं ने इस बयान को राजनीति के स्तर से नीचे गिरकर दिया गया बयान करार दिया। उनका मानना है कि इस तरह के बयान केवल चुनावी प्रचार का हिस्सा बनकर महिलाओं के मुद्दों से ध्यान भटकाते हैं। खासकर दिल्ली जैसे बड़े शहर में, जहां महिला सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे पर लोगों की जागरूकता बेहद जरूरी है।

दिल्ली का प्रदूषण भी इस समय चुनावी चर्चा का एक अहम हिस्सा बन गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है और यह स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कई बार दिल्ली को ‘गैस चेंबर’ कहा गया है। इस मामले पर रॉबर्ट वाड्रा ने भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है, लेकिन फिलहाल स्थिति में सुधार की कोई उम्मीद नहीं दिख रही।

दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी सभी ने अपनी योजनाओं का ऐलान किया है। कांग्रेस ने 25 लाख बीमा योजना और 50,000 महिलाओं के लिए अप्रेंटिसशिप जैसे कदम उठाने की बात कही है। कांग्रेस का उद्देश्य नागरिकों को अपनी ओर आकर्षित करना है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन वादों को पूरा करना आसान नहीं होगा। दूसरी ओर, बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने भी चुनावी वादे किए हैं, जो दिल्ली के नागरिकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं।

 

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