प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले मोदी मंत्रिमंडल ने 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश कर दी थी।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद परंपरा के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नई सरकार के कार्यभार संभालने तक उनसे पद पर बने रहने का अनुरोध किया है। राष्ट्रपति भवन की तरफ से बयान जारी कर बताया गया है कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति से मुलाकात की और मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नरेंद्र मोदी और मंत्रिपरिषद से नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया है।”
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में पीएम आवास पर हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में वर्तमान लोकसभा (17वीं लोकसभा) को भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दी गई थी। पीएम आवास पर केंद्रीय मंत्रिपरिषद की भी बैठक हुई, जिसके बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा।
आज शाम को भाजपा, एनडीए के सहयोगी दलों के साथ सरकार गठन और भविष्य के राजनीतिक एजेंडे पर चर्चा करेगी। एनडीए गठबंधन के नेता राष्ट्रपति से मुलाकात कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए गठबंधन की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को हो सकता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी सहित केंद्र सरकार के सभी वर्तमान मंत्रियों को आज रात डिनर पर भी आमंत्रित किया है।
मंगलवार को आए चुनावी नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को फिर से बहुमत मिल गया है। लेकिन, चुनावी नतीजों ने भाजपा के सहयोगियों चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू की भूमिका को महत्वपूर्ण बना दिया है इसलिए भाजपा की पहली कोशिश एनडीए के सभी सहयोगी दलों को मजबूती से अपने साथ बनाए रखने की है।