उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद से किसानों के नाम पर राजनीति बहुत लोगों ने की लेकिन किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ईमानदारी से प्रयास किया। मुख्यमंत्री योगी ने एक समाचार पत्र समूह द्वारा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ‘कृषिका-खेती से समृद्धि की ओर’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने इस दौरान 11 किसानों को चेक, अंगवस्त्र व स्मृति चिह्न भी प्रदान किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मृदा परीक्षण कार्ड, पीएम कृषि बीमा योजना, पीएम कृषि सिंचाई जैसी योजनाएं शुरू कीं।
सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले सात वर्ष में प्रदेश की 23 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा देकर किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाया। उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में किसानों को लागत का डेढ़ गुना दाम मिला और अन्नदाताओं को हाथ न फैलाना पड़े इसलिए देश में 12 करोड़ और प्रदेश में 2.62 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ दिया जा रहा है। योगी ने कहा कि देश की 17 फीसदी आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती है जबकि प्रदेश के पास देश की कृषि योग्य भूमि केवल 11 फीसदी है लेकिन यहां 20 फीसदी से अधिक खाद्यान्न उत्पादन होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर समय पर अच्छे बीज उपलब्ध हो जाएं तो 20 फीसदी से तीन गुना अधिक खाद्यान्न उत्पादन का सामर्थ्य उप्र का किसान रखता है और उत्तर प्रदेश अकेले देश-दुनिया का पेट भर सकता है। इस कार्यक्रम में पशुधन व दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिजेंद्र सिंह, चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. आनंद कुमार, राज्य कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. संजय सिंह भी मौजूद थे।