प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के पास सोमवार सुबह एक ड्रोन मंडराता दिखा। जिससे वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों में हड़ंकप मच गया। आनन-फानन में पीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली एसपीजी ने दिल्ली पुलिस को इसकी खबर दी। जिसके बाद से दोनों की टीमें जांच में जुटी हैं।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को सुबह 5 बजे के करीब ड्रोन दिखाई दिया। कुछ ही देर में वो गायब हो गया। दिल्ली पुलिस और एसपीजी की टीम उसकी तलाश कर रहीं, लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला। घटना के बाद से पीएम आवास और उसके आसपास के इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मामले में दिल्ली पुलिस ने कहा कि NDD कंट्रोल रूम को पीएम मोदी के आवास के पास ड्रोन दिखने की खबर मिली थी। जिस पर दिल्ली पुलिस ने जांच की, लेकिन कोई अज्ञात फ्लाइंग ऑब्जेक्ट नहीं मिला। इसमें एयर ट्रैफिक कंट्रोल की भी मदद ली गई, उनको भी कुछ नहीं दिखा। फिलहाल आगे की जांच की जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लुटियंस जोन के लोक कल्याण मार्ग पर स्थित 7 नंबर बंगले में रहते हैं। वो 2014 के बाद से ही यहां पर रह रहे। प्रधानमंत्री का ये आधिकारिक आवास 5 बंगलों को मिलाकर बनाया गया है। इसमें पीएम के आवास के अलावा उनका ऑफिस, एसपीजी से जुड़े ऑफिस आदि हैं।
वहीं ये पूरा इलाका नो फ्लाइंग जोन है, ऐसे में सवाल ये उठ रहा कि इतने हाई सिक्योरिटी जोन में ड्रोन कैसे पहुंच गया। साथ ही ड्रोन के मालिक के ऊपर भी कड़ी कार्रवाई का खतरा मंडरा रहा है।
1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही सुरक्षाकर्मियों ने कर दी थी। जिसके बाद स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) का गठन हुआ। इसमें BSF, CISF, ITBP और CRPF से जवानों को लिया जाता है। फिर उनको ट्रेनिंग देकर एक तय वक्त के लिए पीएम की सुरक्षा में तैनात किया जाता है।
एसपीजी की मुख्य तौर पर दो यूनिट होती है। एक का काम पीएम मोदी जहां जाएं वहां की सुरक्षा करना होता है, जबकि दूसरी उनके घर की सुरक्षा करती है। सरकार ने इसके लिए एसपीजी एक्ट बनाया है, जिसके तहत इस बल को कई शक्तियां मिलती हैं।