तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बांदी संजय कुमार और उनके साथ अन्य तीन लोगों को एसएससी पेपर लीक मामले में 19 अप्रैल तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें करीमनगर जेल में शिफ्ट किया जाएगा। उनके व कील करुणा सागर ने कहा, सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले जांच अधिकारी के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही होगी। इसके अलावा हाई कोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी जाएगी।
बता दें कि बांदी संजय कुमार को उनके करीमनगर स्थित आवास से ही हिरासत में लिया गया था। वहीं तेलंगाना भाजपा का कहना है कि इस तरह से संजय कुमार को हिरासत में लेना अलोकतांत्रिका है। यह साफ-साफ साजिश है। भाजपा ने कहा कि पुलिस ने इस बात का ऐलान ही नहीं किया कि उन्हें हिरासत में लिया गया है। यह जानी-समझी साजिश थी.
भाजपा ने कहा कि केसी राव की सरकार लोगों में अपना विश्वास खो रही है इसलिए वह हथकंडे अपना रही है। यह पेपर लीक पूरी तरह से भारत राष्ट्र समिति की सरकार की विफलता है। भाजपा का कहना है कि हाल में हुए पेपर लीक में अपनी विफलता छिपाने के लिए सरकार ने यह चाल चली है।
एक अधिकारी ने कहा, दो दिन पहले विकाराबाद में पेपर लीक हुआ। इके बाद वारंगल में लीक हुआ। एसएससी का पेपर लीक होने से 60 लाख लोगों का नुकसान हुआ है। भाजपा का कहना है कि मुख्य आरोपी को बांदी के साथ जोड़कर दिखाना और फिर उन्हें अचानक गिरफ्तार कर लेना, केवल एक साजिश है। केसीआर उस पत्रकार का लिंक बांदी के साथ जोड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी बूरा प्रशांत हैं। बांदी को बुधवार की रात में हिरासत में लिया गया था।