भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दाएं हाथ के बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा के खिलाफ प्रोविडेंट फंड (पीएफ) धोखाधड़ी के आरोपों के बाद गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है।
उथप्पा भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज रह चुके हैं जिन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से फैंस के बीच छाप छोड़ी थी। हालांकि उथप्पा का करियर पूरी तरह उतार-चढ़ाव से भरा रहा और वह अधिकांश समय टीम से बाहर रहे।
उथप्पा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी के कर्मचारियों के वेतन से रकम काटने के बाद बावजूद उनके पीएफ अंशदान को रोक दिया। उथप्पा सेंचुरीज़ लाइफस्टाइल ब्रांड प्राइवेट लिमिटेड (Uthappa Centuries Lifestyle Brand Pvt Ltd) नाम की कंपनी चलाते हैं और कर्मचारियों के वेतन से 23 लाख रुपये काटने के बावजूद पीएफ की राशि को उनके खाते में जमा नहीं कराया। अब कर्नाटक के इस क्रिकेटर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है।
यह वारंट बेंगलुरु में केआर पुरम के क्षेत्रीय पीएफ आयुक्त – II और वसूली अधिकारी, सदाक्षर गोपाल रेड्डी द्वारा जारी किया गया था।
रेड्डी का आरोप है कि उथप्पा से 23.36 लाख रुपये वसूले जाने थे। इस मामले में सीनियर अधिकारी ने पुलकेशिनगर पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
पुलकेशिनगर पुलिस के सीनियर हाउस अधिकारी (एसएचओ) को जारी नोट में कहा गया, “चूंकि बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है, इसलिए यह कार्यालय गरीब श्रमिकों के पीएफ खातों का निपटान करने में असमर्थ है। उपरोक्त को देखते हुए, आपसे अनुरोध है कि गिरफ्तारी वारंट को लागू करें।”
ऑर्डर के अनुसार, उथप्पा अगर राशि जमा कराते हैं तो वारंट रद्द हो जाएगा।
रॉबिन उथप्पा ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 46 वनडे मैच खेले हैं और 42 पारियों में 25.94 की औसत के साथ 90.59 के स्ट्राइक रेट से 934 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 6 अर्धशतक भी लगाए। उन्होंने भारत के लिए 13 टी20 में 24.9 की औसत और 118 के स्ट्राइक रेट के साथ 249 रन बनाए। उथप्पा ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में 205 मैच खेलते हुए 27.51 की औसत के साथ 4,952 रन बनाए।