बागपत में DM की मीटिंग में उस समय हड़कंप मच गया जब वहां रखे पानी की बोतल पर उनकी नजर पड़ी।दरअसल, बोतल पर ‘बिसलरी’ की बजाए ‘बिलसेरी’ लिखा था। इसके बाद खाद्य विभाग की टीम और पुलिस गोदाम पहुंची तो वहां 3000 हजार पानी की बोतल बरामद हुईं। जिन्हें जेसीबी चलाकर नष्ट कराया गया। फर्जी ब्रांड के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।बागपत में खाद्य विभाग में शनिवार को हड़कंप मच गया।

बागपत के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के टेबल पर नकली पानी की बोतल पहुंच गई।नकली पानी की बोतल पर जब जिलाधिकरी की नजर गई तो, वह हैरान रह गए। अधिकारियों को बुलाकर इसकी सूचना दी।जिसके बाद अधिकारियों ने छापामार कार्रवाई की और ‘बिसलेरी’ के मिलते जुलते नाम ‘बिलसेरी’ जैसी पानी की बोतल वाली दुकानों और गोदामों में छापेमारी की गई।
डीएम जेपी सिंह के निर्देश पर नकली पानी बोतल बिलसेरी पर खाद्य विभाग ने एक गोदाम पर छापा मारा।यहां 3 हजार नकली पानी बोतल को जेसीबी की मदद से नष्ट करवाया गया। पानी के प्रतिष्ठित ब्रांड बिसलेरी की कॉपी कर भ्रामक प्रचार और बिना लाइसेंस के नकली पानी की बोतल बनाई और बेची जा रही थी।खाद्य विभाग अधिकारी मानवेंद्र सिंह ने डीएम बागपत के निर्देश पर यह कार्रवाई की है।डीएम और एसपी बागपत में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। तभी टेबल पर नकली बोतल सामने आयी।बता दें कि, पिछले महीने भी ऐसी ही घटना हुई थी।तब भी बागपत डीएम विकास भवन सभागार में पोषण समिति की बैठक कर रहे थे।तब उन्हें प्रतिष्ठित ब्रांड बिसलेरी से मिलते-जुलते नाम की बोतलें टेबल पर दिखीं थीं।इस पर डीएम ने सहायक आयुक्त खाद्य को जांच के निर्देश दिए थे।उन्होंने सिनौली गांव स्थित प्लांट का रजिस्ट्रेश रद्द कर दिया था। उसे सील कर दिया और चार हजार बोतलें जब्त कर लीं थीं।

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