अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में योगदान देने के आरोप में चार पाकिस्तानी कंपनियों पर बुधवार को प्रतिबंध लगाने के बाद अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने साफ किया कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को समर्थन देने से इनकार करना वॉशिंगटन की पुरानी नीति है।
यह टिप्पणी बाइडन प्रशासन की ओर से पाकिस्तान सरकार के स्वामित्व वाली प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा एजेंसी-राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) पर प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद आई है।
विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, यह इनकार पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के संबंध में हमारी चिंताओं पर आधारित हैं, लेकिन इनसे अन्य क्षेत्रों में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच मौजूद व्यापक सहयोग प्रभावित नहीं होता।
अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में योगदान देने के आरोप में चार पाकिस्तानी कंपनियों पर बुधवार को प्रतिबंध लगाया था। इनमें इस्लामाबाद स्थित एनडीसी के अलावा कराची स्थित अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, एफिलिएट्स इंटरनेशनल और रॉकसाइड एंटरप्राइज शामिल हैं।
एक सवाल के जवाब में पटेल ने कहा, अमेरिका वैिक परमाणु अप्रसार व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और पाकिस्तान इसमें एक महत्वपूर्ण भागीदार है। हालांकि, हम पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के बारे में अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं। पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को समर्थन देने से इनकार करना अमेरिका की पुरानी नीति रहा है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, विदेश विभाग हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए प्रतिबंधों और अन्य उपायों का इस्तेमाल करना जारी रखेगा। विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि प्रसारक अमेरिकी निर्यातकों और वित्तीय पण्रालियों का दुरुपयोग न कर सकें। हमें उम्मीद है कि हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान सरकार के साथ रचनात्मक बातचीत जारी रखेंगे।