पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान की माच जेल पर सोमवार रात आंतकियों ने रॉकेट और अत्याधुनिक हथियारों से हमला कर दिया, लेकिन सुरक्षा बलों ने कम से कम तीन समन्वित हमलों को विफल कर दिया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कम से कम 15 रॉकेट सेंट्रल माच जेल को निशाना बनाते हुये दागे गये। इस जेल में कई खतरनाक आतंकवादियों और ऐसे कैदियों को रखा गया है, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई है।
खबरों के अनुसार, हमले में कम से कम दो पुलिसकर्मी की मौत हो गई और एक ट्रक चालक घायल हो गया है, लेकिन हताहतों या घायलों की संख्या के बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
नजदीकी पहाड़ियों में छिपे आंतकियों ने रॉकेट दागे और माच शहर के कई इलाकों में धमाके भी किये गये।
रॉकेट दागने के बाद आतंकियों ने सेंट्रल जेल के पास सुरक्षा बलों के शिविर पर हमला किया और माच रेलवे स्टेशन में भी घुस गए।
अधिकारी ने बताया कि लगातार हो रही गोलीबारी को देखते हुये लाउडस्पीकर की मदद से लोगों को घर के अंदर ही रहने के लिए कहा गया।
बलूचिस्तान के सूचना मंत्री जान अचकजई ने कहा, ‘‘उन्होंने माच जेल की ओर जो रॉकेट दागे थे वे सुरक्षा चक्र को नहीं भेद पाये।’’
बलूचिस्तान जेल के महानिरीक्षक शुजा कासी ने पुष्टि करते हुये कहा कि रॉकेट माच जेल की आवासीय कॉलोनी की दीवारों पर गिरे।
उन्होंने कहा, ‘‘मोर्टार गोले और रॉकेट कॉलोनी की दीवारों के नजदीक विस्फोट हुये।’’ उन्होंने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
उन्होंने बताया कि माच जेल में 800 कैदी बंद हैं, जिनमें कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई है।
मंत्री ने दावा किया आतंकवादी असलम अचो समूह के थे और बाद में प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) समूह के माजिद ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि हथियारों से लैस आतंकवादियों और सेना के बीच कई घंटों तक गोलीबारी होती रही और सूर्य उदय होने से पहले वे आसपास के पहाड़ी इलाकों की ओर से भाग गए।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतिष्ठान को कोई नुकसान नहीं हुआ है।