महिला आरक्षण बिल को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बेहद विवादित बयान दिया है। बिहार के मुज़फ्फरपुर में जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘महिला आरक्षण में अति पिछड़ा, पिछड़ा, दूसरा का भी कोटा तय कर दीजिए तब तो ठीक है, वरना महिला के नाम पर पाउडर, लिपस्टिक और बॉब कट वाली औरत चली आएगी नौकरी में तो क्या आपकी महिलाओं को हक मिलेगा?’ सिद्दीकी ने आगे कहा देश में महिलाओं को रिजर्वेशन जाति, पिछड़े अति पिछड़े के आधार पर मिलना चाहिए। राजद सांसद मनोज द्वारा पढ़ी गयी कविता पर बवाल अभी रुका भी नहीं था कि इसी बीच सिद्दीकी का भी विवादित बयान आ गया। राजद इन दोनों बयानों से खुद को कैसे बचाती हैं यह देखना दिलचस्प होगा।
राजद नेता सिद्दीकी इस बयान पर चारों तरफ से घिरते दिख रहे हैं। भाजपा नेता कौशल किशोर ने इस बयान को छोटी मानसिकता का उदाहरण बताया। कौशल किशोर ने कहा, ‘यह उनकी छोटी मानसिकता की पहचान है। चुनाव जीतकर संसद में आने वाली महिलाएं न केवल महिलाओं के अधिकारों बल्कि जनता और हर आम आदमी के अधिकारों को भी आगे रखती हैं… गाड़ी के दो पहियों की तरह ही संसद और विधानसभा में महिलाएं और पुरुष मिलकर कानून बनाने का काम करेंगे।’
सभी तरफ से घिरने के बाद सिद्दीकी ने अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा, मैं RJD के अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ की एक रैली थी, उसमें गांव की सैकड़ों महिलाएं आई थी। हमने उन्हें समझाने के लिए इस भाषा का इस्तेमाल किया था… हमारा मकसद किसी को आहत करने का नहीं था। अगर कोई हमारी भाषा से आहत हुआ है तो हम खेद व्यक्त करते हैं।”