भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवान अब आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। पहलवानों ने ऐलान किया है कि वह अपने मेडल हरिद्धार की गंगा में बहाने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पहलवानों का दल दिल्ली से रवाना हो चुका है और आज शाम 6 बजे हरिद्वार में हर पोड़ी के आसपास गंगा में मेडल प्रवाहित करेंगे। इसके साथ ही पहलवानों ने ये भी चेतावनी दी है कि वह गंगा में मेडल बहाने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। इसी बीच पहलवानों के समर्थन में उतरे संयुक्त किसान मोर्चा ने एक जून को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि सभी जिला और तहसीलों में बृजभूषण शरण सिंह का पुतला दहन किया जाएगा।
दरअसल, आज पहलवानों और संयुक्त किसान मोर्चा के बीच एक अहम बैठक हुई है। बजरंग पूनिया ने पहलवानों का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से पहलवानों को आश्वासन दिया गया कि जब तक पहलवानों को इंसाफ नहीं मिलेगा और बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा संघर्ष जारी रहेगा। बजरंग पूनिया ने भी किसान मोर्चा के साथ चलने पर सहमति जताई है।
पहलवानों ने अपने मेडल राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री को नहीं सौंंपने का निर्णय लिया है। इस पर पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि प्रधानमंत्री हमें घर की बेटियां कहते थे, लेकिन उन्होंने एक बार भी हमारी सुध नहीं ली, बल्कि नई संसद के उद्घाटन पर हमारा शोषण करने वाले बृजभूषण शरण सिंह को ही बुलाया। वह वहां सफेद चमकदार कपड़ों में फोटो खिंचवा रहा था और यहां हमें उसकी सफेदी चुभ रही थी।
इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये मेडल हमारे देश और तिरंगे की शान हैंं। हम सभी पहलवानों से अनुरोध करते हैं कि इस तरह का कदम न उठाएं। आपने देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। हम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से निवेदन करते हैं कि इस मामले को संज्ञान में लेकर पहलवानों से जल्द बात करें।
पहलवान विनेश फोगाट ने मेडल गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करने का भी ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि इन मेडल के गंगा में बहाने के बाद हमारे जीवन का कोई मतलब नहीं है। इसलिए हम सब इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठेंगे।