उत्तर प्रदेश के बरेली के फतेहगंज पश्चिमी नगर पंचायत में संविदा पर तैनात सफाई कर्मचारी की उसकी पत्नी ने प्रेमी ने मिल कर कथित तौर पर हत्या कर दी । पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि महिला ने पहले अपने पति को पहले जहर दिया और फिर अपने प्रेमी की मदद से उसका गला घोंट दिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद उसने शव को फांसी पर लटका दिया, ताकि यह आत्महत्या लगे। अधिकारियों के अनुसार, घटना 13 अप्रैल को हुई, जब केहर सिंह का शव किराए के कमरे में लटका मिला और घर का दरवाजा अंदर से बंद था। शुरुआत में आत्महत्या का संदेह था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटने से मौत की वजह सामने आने के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया।
जानिए, क्या कहना है अपर पुलिस अधीक्षक मुकेश चंद्र मिश्रा का?
अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तर) मुकेश चंद्र मिश्रा ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से गला घोंटने से मौत का संकेत मिलता है, हालांकि कमरा अंदर से बंद होने के कारण यह आत्महत्या प्रतीत हो रहा है। हम सभी संभावित पहलुओं से जांच कर रहे हैं और हमने दोनों नामजद आरोपियों – रेखा (25) और उसके प्रेमी पिंटू (25) को हिरासत में ले लिया है। शुक्रवार को मेडिकल जांच के बाद दंपती को जेल भेज दिया गया। मिश्रा ने कहा कि जहर दिए जाने के संदेह में हमने फोरेंसिक जांच के लिए पीड़ित के विसरा को भी सुरक्षित रख लिया है। पूछताछ के दौरान रेखा ने शुरू में सीधे जवाब देने से परहेज़ किया, लेकिन बाद में उसने अपने पति के खाने में ज़हर मिलाने की बात कबूल कर ली।’ उन्होंने कहा कि हालांकि, उसने गला घोंटने या शव को लटकाने की बात से इनकार किया और दावा किया कि उसके पति ने कमरा बंद करके आत्महत्या कर ली होगी।
जहर की पुष्टि के लिए विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही पुलिस
पुलिस ने कहा कि जहर की पुष्टि के लिए वे विसरा रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं। इस बीच, पीड़ित के भाई अशोक की शिकायत के आधार पर फतेहगंज पश्चिमी थाने में रेखा और पिंटू के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। अशोक ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि केहर सिंह को रेखा और पिंटू के साथ संबंध के बारे में पता चल गया था, जिसके कारण दंपती ने उसे मारने की साजिश रची।प्राथमिकी में कहा गया है कि उन्होंने पहले उसे जहर दिया। जब वह बेहोश हो गया, तो उन्होंने रस्सी से उसका गला घोंट दिया और फिर उसी रस्सी का इस्तेमाल करके उसके शव को छत से लटका दिया, ताकि यह आत्महत्या लगे। मिश्रा ने पुष्टि की, ‘‘कमरा अंदर से बंद था और खिड़कियां भी बंद थीं, जिससे शुरू में जांच में गड़बड़ी हुई। लेकिन भौतिक साक्ष्य और फोरेंसिक रिपोर्ट हमें सच्चाई को उजागर करने में मदद कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जांच जारी है, और आगे की कार्रवाई फोरेंसिक निष्कर्षों और बयान की पुष्टि पर निर्भर करेगी।