पटना के डॉ. रजनीश कांत ने सात समुंदर पार वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स सम्मान प्राप्त कर बिहार का मान बढ़ाया है। उन्हें यह सम्मान ब्रिटिश पार्लियामेंट लंदन में आयोजित समारोह के दौरान दिया गया।

इस मौके पर उनके साथ दुनिया के चिकित्सा क्षेत्र की कई बड़ी हस्तियां भी मौजूद रहीं।

इससे पूर्व उन्हें 29 जून को दुबई में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से भी सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. रजनीश कांत को काइरोप्रैक्टिक के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया।

अवार्ड पाकर डॉ. रजनीश कांत ने कहा कि फिजियोथेरेपी, ऑस्टियोपैथी और काइरोप्रैक्टिक उपचार का एक ऐसा रूप है, जहां हम हर तरफ से इलाज कराकर निराश हो चुके लोगों का इलाज करते हैं और उन्हें ठीक कर घर भेजते हैं, जिसमें न तो किसी दवा का प्रयोग किया जाता है और न ही किसी विशेष प्रकार की सर्जरी की जाती है।

उन्होंने कहा कि अब तक इस पद्धति से कमर दर्द, पैर दर्द, नस दर्द, गैस्ट्रिक, सिर दर्द, कमर दर्द, बदहजमी जैसी कई प्रकार की बड़ी बीमारियों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है।

बिहार के भोजपुर जिले के आरा शहर के बेगमपुरा मोहल्ले जैसी छोटी जगह से आने वाले डॉक्टर रजनीश कांत इस पुरस्कार को पाने से खुश हैं।

वह इस चिकित्सा प्रणाली से बिहार में प्रत्येक महीने की पहली तारीख को 100 मरीजों का मुफ्त इलाज करते हैं।

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