यह नारा पिछले कुछ समय में वायरल हो रहे नारे के चलते और भी चर्चित हुआ है जिसमें ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा योगी आदित्यनाथ से जुड़ा है। इसके बाद से विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने इस तरह के मिलते-जुलते नारों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

कांग्रेस ने ‘जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे’ और ‘जुड़ेंगे और जीतेंगे’ जैसे स्लोगन दिए हैं। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ‘न बंटेंगे न टूटेंगे’ और आम आदमी पार्टी ने ‘न बंटेंगे न कटेंगे’ जैसे नारे दिए हैं। इस बीच प्रयागराज के छात्रों ने भी यूपीएससी के फैसले के विरोध में अपना नारा बना लिया है। छात्र ‘न बटेंगे न हटेंगे’ के माध्यम से यूपीएससी से यह मांग कर रहे हैं कि परीक्षा को दो दिन के बजाय एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में कराया जाए।
सोमवार को यूपीएससी के खिलाफ अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था और अब वे धरने पर बैठकर अपने फैसले का विरोध कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग द्वारा दो दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन नीति को रद्द करने का आदेश नहीं जारी किया जाता, वे धरने से नहीं हटेंगे। आपको बता दें कि धरने पर बैठे छात्रों ने अपने हाथों में तख्तियां और पर्चे ले रखे हैं जिन पर उनके नारे लिखे गए हैं।

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