भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख और यूपी के कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. राष्ट्रीय लोकदल के चीफ और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने गुरुवार को जंतर-मतंर पर जाकर बृजभूषण सिंह के खिलाफ ऐक्शन की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवानों से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद जयंत चौधरी ने ऐलान कर दिया कि अगर महिला पहलवानों के साथ न्याय नहीं हुआ, तो यूपी में पहलवानों की महापंचायत बुलाई जाएगी. आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस भी पहलवानों के धरने को सपोर्ट देकर बीजेपी को घेर चुकी है.
गुरुवार को धरनास्थल पर पहुंचे जयंत चौधरी ने कहा कि पहलवानों को फिर से धरने पर बैठने के लिए मजबूर किया गया है. उन्होंने पहलवानों को देश का आइकॉन बताते हुए कहा कि यह चौंकाऊ है कि दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह FIR से पहले शिकायत की जांच करना चाहते हैं. जयंत ने उम्मीद जताई कि पहलवानों को न्याय मिलना चाहिए. साथ ही कहा कि अगर न्याय नहीं हुआ तो यूपी में पहलवानों की महापंचायत बुलाई जाएगी.
बाद में जयंत चौधरी ने यूपी तक संग बातचीत में कहा कि राजनीतिक संरक्षण की वजह से ही बृजभूषण सिंह के खिलाफ FIR नहीं दर्ज की जा रही है. क्या यह यूपी बनाम हरियाणा, जाट बनाम गैर जाट की लड़ाई है? इस सवाल के जवाब में जयंत ने कहा कि, ‘ऐसा है तो मुझे समझ में नहीं आ रहा कि कहां जाऊं. हमारी पुरानी कहानी है कि हम हरियाणा से निकले और यूपी में बहुत समय से हैं, तो मैं कहां जाऊं? हर चीज को ऐसी सीमाओं से नहीं देखनी चाहिए.
आपको बता दें कि पहलवानों का यह मुद्दा सुप्रीम कोर्ट की दहलीज पर भी पहुंचा है. सुप्रीम कोर्ट ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR की मांग कर रहीं सात महिला पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस और अन्य को नोटिस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने आरोपों को ‘‘गंभीर’’ बताया और कहा कि इस पर उसे (न्यायालय को) विचार करने की जरूरत है.
विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित पहलवानों ने आरोप लगाया है कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है. पहलवानों का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह अब धमकी दे रहे हैं और पीड़ितों को रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं. पहलवानों ने कहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी होने पर ही वे धरना स्थल से हटेंगे.