हरियाणा के नूंह (मेवात) जिले में भड़की हिंसा की आग गुरुग्राम तक पहुंच चुकी है, जहां बीती रात एक मस्जिद के इमाम की हत्या कर दी गई। इसके अलावा एक भोजनालय को आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार आधी रात को भीड़ ने गुरुग्राम के सेक्टर 57 में एक निर्माणाधीन मस्जिद में आग लगाने के बाद नायब इमाम की गोली मारकर हत्या कर दी। प्रदेश में इस हिंसा में होमगार्ड के दो जवान सहित पांच लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 30 लोग घायल है। दर्जनों वाहनों को फूंक दिया गया। कई दुकानों में तोड़फोड़ हुई।

अब विश्व हिंदू परिषद ने दो अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने हिंसा के पीछे शातिर की आशंका जताई है। ऐहतियातन बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया है। विश्‍व हिंदू परिषद (VHP) के ब्रज मंडल यात्रा को रोकने की कोशिश के बाद हरियाणा के नूंह (मेवात) से शुरू हुई हिंसा की आग गुरुग्राम तक फैल गई है। जिसे देखते हुए इन दो जिलों के साथ ही रेवाड़ी, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत और महेंद्रगढ़ समेत 8 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।

नूंह में 2 अगस्त तक इंटरनेट बंद कर दिया है। नूंह, फरीदाबाद, गुरुग्राम और पलवल में कल सभी स्कूल-कॉलेज और कोचिंग सेंटर बंद रहे। नूंह में 10वीं, 12वीं की 1 और 2 अगस्त को होने वाली बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। सोमवार को हुई हिंसा और बवाल के बाद मंगलवार को भी तनाव बना हुआ था। नूंह में 2 अगस्त तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। इलाके में पैरामिलिट्री की 13 कंपनियां तैनात हैं।

हिंसा और तनाव नूंह से शुरू हुआ, जहां विहिप की रैली आयोजित की गई थी। हिंसा की आग गुरुग्राम में फैलने से पहले एक मस्जिद को रातोंरात जला दिया गया। मंगलवार को गुरुग्राम के बादशाहपुर इलाके में भी दुकानों में आग लगा दी गई। नूंह के व्यापारियों के अनुसार, सोमवार को झड़प के दौरान भीड़ ने शिव मंदिर, नल्हड़ मेडिकल कॉलेज, बस स्टैंड, एक साइबर अपराध पुलिस स्टेशन और व्यापारियों की दुकानों पर भी हमला किया।

दिल्ली में, विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने दावा किया कि नूंह में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हिंदुओं के खिलाफ ‘पूर्व नियोजित तरीके से’ हमला किया गया था और हरियाणा कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमलावरों को उकसाया था। उन्होंने राज्य सरकार पर खुफिया विफलता का भी आरोप लगाया और एनआईए से जांच कराने की भी मांग की।


नूंह अनाज मंडी के व्यापारियों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार समय पर सुरक्षा बलों को तैनात करने में भी विफल रही। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्हें अपने जीवन में ऐसी कोई स्थिति याद नहीं है, जहां पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए भागने के लिए मजबूर होना पड़ा हो।

मार्केट कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष लाला वेद प्रकाश गर्ग ने बताया, “सोमवार को दोपहर करीब 3.20 बजे, भीड़ ने नूंह अनाज मंडी में मेरी दुकान के ठीक पीछे साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया। एक ही समुदाय के हजारों लोगों ने लाठी, ईंटों और पिस्तौल के साथ पुलिस स्टेशन पर हमला किया और दर्जनों कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया और आग लगा दी। पुलिस स्टेशन के बाहर आग लगा दी गई।”

 

गर्ग ने कहा, “हमले के समय मैं अपनी दुकान के अंदर अकेला था और किसी तरह अपनी जान बचाने के लिए दुकान का शटर गिरा दिया। उन्होंने मेरे दोपहिया वाहन के साथ-साथ 5 लाख रुपये की नकदी भी लूट ली। नकदी दुकान के अंदर ही रह गई। दुकान के बाहर खड़ी कार और दोपहिया वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।” अनाज मंडी में अपनी दुकान पर मौजूद एक वकील योगेश गुप्ता ने कहा, यह एक सुनियोजित हमला था।

स्थानीय वकील योगेश गुप्ता ने कहा कि बृजमंडल यात्रा के बारे में स्थानीय प्रशासन को जानकारी थी। वे नूंह जिले में धार्मिक आयोजन की गंभीरता को भी जानते हैं, लेकिन प्रशासन किसी भी अवांछित स्थिति से निपटने के लिए उचित व्यवस्था करने में विफल रहा।” उन्होंने आरोप लगाया कि घटना सुबह की है, लेकिन सुरक्षा बल सोमवार देर शाम जिले में पहुंचे। उन्होंने कहा, ”यहां तक कि पुलिसकर्मी भी खुद को नहीं बचा सके।”

नूंह में साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में तैनात एक पुलिसकर्मी ने नाम जाहिर न करने का अनुरोध करते हुए बताया कि हमलावर पूरे पुलिस स्टेशन पर पथराव कर रहे थे। उन्होंने कहा, “एक विशेष समुदाय के लगभग हजारों लोगों ने कुछ नारे लगाते हुए पुलिस स्टेशन पर हमला किया। उस समय 7 से 8 पुलिसकर्मी पुलिस स्टेशन के अंदर थे। उन्होंने पुलिस स्टेशन परिसर के अंदर खड़ी मेरी मोटरसाइकिल को भी आग लगा दी। लेकिन किसी तरह हम उन्होंने अपने हथियारों से जवाबी कार्रवाई की और हमें हमलावरों से बचाया।”


इसके अलावा, भीड़ ने नूंह के नल्हड़ मेडिकल कॉलेज पर भी हमला किया और कॉलेज की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। घटना के कारण मरीजों को दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए उनकी दुकान के बाहर और बाजार क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

हालांकि, मंगलवार को नूंह और गुरुग्राम जिलों में कोई ताजा हिंसा की सूचना नहीं मिली। सुबह जिलों में पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च भी निकाला गया है। एक अधिकारी ने बताया कि धारा-144 का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस की एडीजीपी कानून व्यवस्था ममता सिंह और दक्षिण रेंज, रेवाडी के एडीजीपी एम. रवि किरण ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए नूंह जिले में कई स्थानों का दौरा किया। उन्होंने पीड़ितों से बात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्‍वासन दिया।

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