राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ फिर से गठबंधन करने की अटकलों को बुधवार को खारिज करते हुए दावा किया कि ‘थके हुए’ जद(यू) अध्यक्ष का समय समाप्त हो चुका है। तेजस्वी ने बांका जिले में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार केंद्र के साथ अपने प्रभाव का उपयोग करके जाति जनगणना करवाएं और राज्य के लिए विशेष दर्जा और बाढ़ से तबाह हुए क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज सुनिश्चित करें।
जनता दल (यू) प्रमुख इस साल जनवरी में राज्य में महागठबंधन को छोड़कर भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध (NDA) में चले गए थे। महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री थे। नीतीश कुमार के साथ फिर से हाथ मिलाने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने कहा, “सवाल ही नहीं उठता। उनका समय समाप्त हो चुका है। वह थक चुके हैं और अब बिहार पर शासन करने में सक्षम नहीं हैं।” राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने जद(यू) के साथ मिलकर बिहार में दो बार सरकार बनाई। दोनों दलों ने पहली बार 2015 में गठबंधन किया था और विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की थी। हालांकि नीतीश कुमार दो साल बाद राजग में चले गए थे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के पास लोकसभा में बहुमत नहीं है और वह सत्ता में बने रहने के लिए जद(यू) पर “निर्भर” है। यादव ने आरोप लगाया, “फिर भी, नीतीश कुमार बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा दिलवाने में विफल रहे। वह जाति जनगणना के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार पर दबाव नहीं बना पाए हैं। हाल में, जब बिहार में बाढ़ आई, तो कोई शीर्ष केंद्रीय नेता नहीं आया और न ही किसी विशेष सहायता की घोषणा की गई।” उन्होंने कहा, “2008 से तुलना करें, जब मेरे पिता (लालू प्रसाद) रेल मंत्री थे। बाढ़ राहत के लिए 1,000 करोड़ रुपये के पैकेज सहित सभी प्रकार की मदद दी गई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था।”