हेली ने पूर्व में ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते के लिए पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन की आलोचना की,साथ ही तेहरान पर हमास और हिज्बुल्ला को मजबूत करने का आरोप लगाया।
उन्होंने रविवार को सीएनएन से कहा, ‘‘ हमें फलस्तीनी लोगों की चिंता करनी चाहिए, खासतौर पर निर्दोष लोगों की, लेकिन अरब देश कहां हैं? कहां हैं वे? कहां है कतर? कहां है लेबनान? कहां है जॉर्डन? कहां है मिस्र ? क्या आप जानते हैं कि हम मिस्र को एक वर्ष में एक अरब से अधिक डॉलर देते हैं? वे अपने दरवाजे क्यों नहीं खोल रहे? वे फलस्तीन के लोगों को क्यों नहीं स्वीकार रहे?’’
हेली ने कहा, ‘‘जानते हैं क्यों? क्योंकि वे हमास को अपने पड़ोस में नहीं चाहते। तो इजराइल अपने पड़ोस में उन्हें क्यों चाहेगा? तो जो हो रहा है उस पर सच्चाई से बात करें। अरब देश फलस्तीनियों की मदद के लिए कुछ नहीं कर रहे क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं हो रहा कि कौन सही है, कौन अच्छा है, कौन बुरा है और वे अपने देश में ऐसा नहीं चाहते।’’
हेली ने कहा कि ये इस्लामिक देश अमेरिका पर आरोप लगाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ वे आएंगे और अमेरिका पर आरोप लगाएंगे,वे इजराइल पर आरोप लगाएंगे। कुछ करेंगे नहीं, लेकिन अगर वे चाहें तो इसे रोकने की उनके पास पूरी क्षमता है। उनके पास क्षमता है कि वे हमास से तत्काल उसे रोकने को कहें जो वह कर रहा है।’’
हेली ने कहा , ‘‘ लेकिन आप क्या जानते हैं? कतर हमास और उसके नेतृत्व के साथ काम करना जारी रखेगा। ईरान इस सब के लिए धन देना जारी रखेगा और कुछ नहीं कहेगा। कौन चुप है? अरब का हर देश खामोश है। लेकिन इजराइल पर उंगली उठाएंगे, अमेरिका पर उंगली उठेएंगे।’’
हेली ने कहा कि हमास उन्हें नहीं जाने देने के लिए हर संभव प्रयास करेगा, क्योंकि वह चाहता है कि ‘वे सभी मर जाएं’।