NEET Paper Leak मामले में स्टूडेंट्स, उनके अभिभावकों के गुस्से को देखते हुए विपक्ष तो एक्टिव हुआ ही मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी माना की NEET परीक्षा परिणाम में थोड़ी गड़बड़िया हुई हैं। देश में हो रहे बड़े विरोध प्रदर्शन के बीच उन्होंने कहा की जो भी बड़े अधिकारी इसमें शामिल हैं उन्हें बक्शा नहीं जाएगा। आज पूरे देश में छात्र अपने अभिभावक के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। गुजरात के गोधरा और बिहार के पटना-नालंदा में NEET पेपर लीक की ओर संकेत करने वाले कई सबूत मिले हैं, गिफ्तारियां भी हो रही हैं।
बिहार में पकड़े गए कई आरोपियों ने EOU की पूछताछ में पेपर लीक और एजेंसी के अधिकारियों से सांठगांठ की बात कबूल की है। अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने भी नीट में गड़बड़ियों की बात मानी है। उन्होंने बताया कि कई लोग इस परीक्षा की प्रक्रिया की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर सवाल उठा रहे हैं, पर मैं अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को कहना चाहता हूं की घबराने की जरूरत नहीं है। एक भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होगा। सक्षम अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। हम सभी को संबंधित अधिकारियों की जांच का इंतजार करना चाहिए। सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के लिए 8 जुलाई तक इंतजार करना चाहिए। सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। एक भी चीज में गड़बड़ नहीं होने दी जाएगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “NEET के संबंध में 2 प्रकार की अव्यवस्था का विषय सामने आया है। शुरुआती जानकारी थी कि कुछ छात्रों को कम समय मिलने के कारण उन्हें ग्रेस नंबर दिए गए। दूसरा 2 जगहों पर कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं। मैं छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि इसे भी सरकार ने गंभीरता के साथ लिया है। उन्होंने आगे कहा कि जानकारी हमें मिली है, हम सारे विषयों को एक निर्णायक स्थिति तक ले जाएंगे। आप हम पर और सरकार पर भरोसा बनाए रखे। इस धांधली में जो भी बड़े अधिकारी शामिल होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। NTA में बहुत सुधार की आवश्यकता है।सरकार इस पर चिंता कर रही है, किसी गुनहगार को छोड़ा नहीं जाएगा उन्हें कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।
बीते शनिवार धर्मेंद्र प्रधान ने कुछ छात्रों और अभिभावकों से अपने दफ्तर में मुलाकात भी की थी। उन्होने बताया था कि जो छात्र हमसे मिलना चाहते थे, मैंने उन्हें बुलाया, उनके अभिभावक भी आए, मैं उनसे मिला। मैंने उनका पक्ष सुना और मैंने उन्हें बेहतर महसूस कराया। सरकार प्रतिबद्ध है, और सभी छात्रों को यह आश्वासन मिलना चाहिए कि एक पारदर्शी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।