उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस हिंसा को टाला जा सकता था। इस हिंसा के पीछे जो भी दोषी है उसे बख्शा नहीं जाएगा, उसे कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
दरअसल जिस तरह से कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से कहा गया है कि हिंसा की शुरुआत मेवात है और यह मिनी पाकिस्तान है, इसी पर पलटवार करते हुए दुष्यंत चौटाला ने यह बयान दिया है।
बता दें कि मेवात को ही अब नूंह के नाम से जाना जाता है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यहां हिंसा भड़की थी जोकि हरियाणा के अन्य हिस्सों और गुरुग्राम में पहुंच गई थी। इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हिंसा के बीच षड़यंत्र था।
वहीं चौटाला ने कहा कि मेवात के लोग हमेशा देश के साथ खड़े रहे हैं। नूंह में जो हुआ है वह हरियाणा के इतिहास में कभी नहीं हुआ, इसके पीछे जो भी है उनकी पहचान की जानी चाहिए और कानून के अनुसार उन्हें सजा दिलानी चाहिए।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि रैली के आयोजकों पर हमला हुआ, लेकिन इन्होंने इस रैली के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी थी। इन लोगों ने इस बात की भी जानकारी नहीं दी थी कि कितने लोग इसमे हिस्सा लेने जा रहे हैं। अधूरी जानकारी होने की वजह से नुकसान अधिक हुआ है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी कोई भी हो, किसी भी दल का हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।