सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बुधवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गई। शहर का समग्र एक्यूआई 301 तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के आनंद विहार में पीएम 2.5 का स्तर 358 और पीएम 10 का 279 के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज हुआ, जबकि कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) 70 और एनओ2 का स्तर 85 था। दोनों ‘संतोषजनक’ श्रेणी में थे।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
बवाना में पीएम 2.5 का स्तर 350 पर बहुत खराब श्रेणी और पीएम 10 का 229 (खराब) दर्ज किया गया, जबकि सीओ 64 (संतोषजनक) तक पहुंच गया।
आया नगर में, बुधवार सुबह पीएम 2.5 ‘बहुत खराब’ श्रेणी के तहत 332 पर पहुंच गया, जबकि पीएम 10 ‘मध्यम’ श्रेणी के तहत 189 पर था। मौसम केंद्र पर ‘संतोषजनक’ श्रेणी के तहत सीओ 68 दर्ज किया गया।
द्वारका सेक्टर-8 में पीएम 10 का स्तर 361 और पीएम 2.5 का 326 दर्ज किया गया। दोनों बहुत खराब श्रेणी में हैं। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे के टर्मिनल 3 पर हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में थी, जिसमें पीएम 2.5 का स्तर 317 और पीएम 10 का 163 मध्यम श्रेणी में था, जबकि सीओ 64 पर पहुंच कर ‘संतोषजनक’ श्रेणी में था।
ओखला फेज-2 में पीएम 2.5 का स्तर 342 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी में है, जबकि पीएम 10 का 226 तक पहुंच गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में है। एनओ2 102 पर और सीओ 102 पर दर्ज किया गया। दोनों मध्यम स्तर पर थे।
सिरीफोर्ट में, पीएम 2.5 सांद्रता के साथ एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी के तहत 352 पर था, जबकि पीएम 10 ‘खराब’ श्रेणी में 258 दर्ज किया गया। एनओ2 मध्यम श्रेणी में 125 पर और सीओ 52 पर, संतोषजनक स्तर पर था।