: दिल्ली में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी जारी है। एक दिन में कोरोना के 606 नए मरीज मिले। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 340 रही। जबकि एक मौत का मामला सामने आया। वहीं दिल्ली में कोरोना सक्रिय मरीजों का आंकड़ा दो हजार को पार कर गया है। गुरुवार को जारी कोविड-19 स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में 3569 लोगों की जांच हुई। जिसमें आरटीपीसीआर से 2521 और रैपिड एंटीजन टेस्ट से 1048 नमूने जांच के लिए गए। कोरोना संक्रमण की जांच दर 16.98 फीसदी दर्ज की गई।
कोरोना को लेकर अब तक 40805726 सैंपल की जांच हो चुकी है। होम आइसोलेशन में कोरोना के 1337 मरीजों का उपचार जारी है। जबकि अस्पताल में कोरोना संक्रमित व संदिग्ध मरीज मिलाकर कुल 124 मरीज है। जिसमें 117 कोविड मरीज है। कोविड केयर सेंटर और कोविड हेल्थ सेंटर में एक भी मरीज नहीं है। ऑक्सीजन सपोर्ट पर 32 मरीज, आईसीयू में 49 और वेंटिलेटर पर नौ मरीज उपजार के लिए भर्ती है। अलग-अलग अस्पतालों में 7865 बेड खाली है। दिल्ली में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है।
दिल्ली कोरोना के कुल अभी तक 2012670 मामले सामने आ चुके है। जिसमें 1984076 मरीजों ने कोरोना को मात दी। साथ ही 26534 लोगों की कोरोना के चलते मौत हो गई। जबकि कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 2060 है। वहीं बीते 24 घंटे में 190 वैक्सीन की डोज लगाई गई।
दिल्ली कांग्रेस ने कोविड को लेकर की गई तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं। दिल्ली कांग्रेस कम्यूनिकेशन विभाग के प्रमुख अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड टेस्टिंग बढ़ाकर तत्काल जगह-जगह सैनिटाइज करने का काम शुरू करे।
प्रदेश कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं होने और ऑक्सीजन की कमी के चलते दिल्लीवासियों को जान गंवानी पड़ी थी, लेकिन बाद में झूठी रिपोर्ट दी गई कि ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार पूरी तरह असंवेदनशील है।