छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को एक बड़ा नक्सली हमला हुआ। हादसे में 10 डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड) जवान और एक ड्राइवर की मौत हो गई। नक्सलियों के हमले से हुए 11 लोगों की मौत के बाद देशभर में शोक की लहर है। दरअसल, जवानों को ले जा रहे वाहन के साथ उस वक्त हादसा हुआ जब गाड़ी नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी के ऊपर से गुजरी। बारूदी सुरंग के ऊपर से गुजरते ही एक जोरदार धमाका हुआ और 11 लोगों को काल ने निगल लिया। अब इस हमले को लेकर कई अपडेट सामने आ रहे हैं। इस हमले में कितने किलो आईईडी का इस्तेमाल किया गया यह भी सामने आ गया है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नक्सलियों ने इस हमले में करीब 50 किलोग्राम आईईडी का इस्तेमाल किया। घटनास्थल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। फोटो में देखा जा सकता है कि बीच सड़क पर एक बहुत बड़ा गड्ढा हो गया है। आसपास के कई पेड़ भी उखड़ गए हैं। यह हादसा दंतेवाड़ा के अरनपुर के पास की है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, डीआरजी के जवान जिस गाड़ी में यात्रा कर रहे थे वह एक छोटी वैन थी। यह वैन किराए पर बुक की गई थी। गौरतलब है कि जिस वाहन में बैलिस्टिक सुरक्षा नहीं होती है वह वाहन ऐसे हादसों में कई फीट तक हवा में उड़ कर जा सकती है। जिस वैन से डीआरजी के जवान ट्रेवल कर रहे थे उसमें बैलिस्टिक सुरक्षा नहीं थी। 50 किलो आईईडी की चपेट में आने के बाद यह वैन कई फीट तक हवा में उड़ गई।
गौरतलब है कि आईईडी की चपेट में आने के बाद वाहन के परखच्चे उड़ गए। गाड़ी में सवार सभी 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इन जवानों को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। अभियान के बाद यह जवान वापस आ रहे थे तभी बीच रास्ते में ही नक्सलियों के बारूदी सुरंग की चपेट में आने से यह हादसा हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर शोक जताते हुए कहा, ‘दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं। हमले में शहीद हुए बहादुर जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए कायरतापूर्ण हमले से क्षुब्ध हूं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से बात की है और राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। शहीद जवानों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
बता दें कि इस घटना पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नक्सलियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। 10 डीआरजी के जवानों समेत एक ड्राइवर की भी इस हादसे में जान चली गई। सूत्रों ने बताया कि इस हादसे में नक्सलियों ने 50 किलोग्राम के करीब आईईडी का इस्तेमाल किया। वहीं यह भी जानकारी सामने आई है कि पुलिस के जवान जिस वाहन से यात्रा कर रहे थे वह छोटी वैन किराए पर बुक की गई थी।