राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक मस्जिद के सर्वे को लेकर उत्पन्न सांप्रदायिक तनाव के लिए सीधे तौर पर वहां के सत्तारूढ़ दल भाजपा (BJP) को जिम्मेदार ठहराया। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि इस घटना का उद्देश्य ‘‘देश भर में सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण करना” था। उन्होंने भाजपा को ‘‘यहां भी इसी तरह की चालें चलने” के खिलाफ चेतावनी दी।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में जो कुछ हो रहा है, वह निंदनीय है। हम योगी आदित्यनाथ सरकार में पुलिस और प्रशासन की पूर्ण गुंडागर्दी देख रहे हैं क्योंकि उन्हें अब कानून के शासन से कोई सरोकार नहीं है।” बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के शुरुआती दिन पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा के लोग विकास और मुद्दे की बात नहीं करते हैं। उत्तर प्रदेश में जिस तरह से ये लोग “तांडव” कर रहे हैं… (उससे लगता है कि) ये लोग चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश से पूरे देश में माहौल हिंसक बने और वे नफरत फैलाएं। ताज्जुब की बात है कि सरकार पुलिस का दुरुपयोग कर रही है… मतलब पुलिस को गुंडा मवाली एवं अपराधी बना दिया गया है। यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन सब आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों को भी इस तरह का काम नहीं करना चाहिए क्योंकि जो लोग भी संवैधानिक पद पर हैं उन्होंने संविधान की शपथ ले रखी है।”
तेजस्वी ने कहा, ‘‘ पुलिस का काम क्या है- सबके साथ इंसाफ करना एवं माहौल को ठीक करना, लेकिन जिस हिसाब से उत्तर प्रदेश में पुलिस का गुंडाकरण कर दिया गया है, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा नफरत और अन्य हथकंडों से देश को तोड़ना चाहती है। इसलिए हम सब लोग एकजुट हैं। अगर बिहार में कोई ऐसा करेगा तो हम लोग चुप बैठने वाले नहीं हैं।”