उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली पट्टी क्षेत्र में पिछली 21 मार्च को फर्नीचर कारोबारी की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने उसके नाबालिग पुत्र को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि फर्नीचर कारोबारी नईम की 21 मार्च की सुबह बाइक सवार 3 बदमाशों ने उस समय हत्या कर दी थी जब वह अपने पुत्र सैफ (17) को स्कूल छोड़ने स्कूल जा रहे थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने बताया कि गलत संगत में पड़ कर नईम का बेटा सैफ आए दिन घर से समान और गहने चुराकर बेच देता था। इसके चलते नईम ने पुत्र सैफ को जेब खर्च देने से मना कर दिया था। इस खुन्नस में सैफ ने पिता की हत्या की सुपारी 6 लाख में बदमाशों को दी जिसमें पेशगी के तौर पर एक लाख रुपए सैफ के मित्रों ने शूटरों को दिए थे। पुलिस ने इस मामले में पियूष पाल उर्फ भानुपाल, सुभम सोनी और प्रियांशु उर्फ गोलू के अलावा सैफ को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो अन्य बदमाशों की तलाश की जा रही है।
कोतवाली पट्टी थाने के प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह आरोपी पीयूष पाल को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर नईम के बेटे (नाम प्रकट नहीं किया गया) और शुभम सोनी एवं प्रियांशु उर्फ़ गोलू को गिरफ्तार किया, जबकि आकाश गुप्ता एवं स्वप्नदीप यादव उर्फ़ कल्लू डान फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस की पूछताछ में नईम के बेटे ने बताया कि वह गलत संगत में पड़ गया था, इसी वजह से वह कभी दुकान से तो कभी घर से पैसे एवं आभूषण चुरा लिया करता था, जिससे उसका खर्च चलता था।
अपर पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि पिता पैसे देने से मना करते थे एवं पाबंदी लगाते थे, जिससे वह नाराज रहता था। सिंह के अनुसार उसने पहले भी पिता की हत्या का प्रयास किया मगर असफल रहा। इसलिये उसने पिता की हत्या के लिए तीनों शूटरों को सुपारी दी।
इस मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में मृतक के बेटे सहित 6 लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। मृतक के बेटे के साथ उसके 2 दोस्त, सीसीटीवी फुटेज में देखे गए तीन बाइक सवार, और माफिया गैंग के सरगना के शामिल होने के तार मिल रहे हैं।