उत्तराखंड के सितारगंज में चार साल की एक मासूम बच्ची से रेप का मामला सामने आया है। बड़ी बात ये है कि रेप के आरोपी भी 10-12 साल के बच्चे हैं। पीड़िता की मां ने सोमवार शाम कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि उसकी चार साल की पुत्री रोजाना की तरह सुबह आठ बजे गांव के एक प्राइमरी स्कूल में पढ़ने गई थी। दो-तीन घंटे बाद बच्ची रोते हुए घर लौट आई। उसने तीन नाबालिगों के नाम लेकर उसकी पिटाई करने की जानकारी दी। साथ ही इशारे से प्राइवेट पार्ट में दर्द बताया। शाम चार बजे बच्ची ने मां को फिर दर्द की बात बताई तो पता चला कि बच्ची से दुष्कर्म हुआ है।
घटना में दूसरे समुदाय के बालक के भी शामिल होने से हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई थी। एहतियातन आसपास के थानों से भी पुलिस फोर्स को रात में ही सितारंगज में तैनात कर दिया गया था। कोतवाली को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस टीम गांव में भी गश्त पर रही है। आरोपियों के गांव व परिजनों तक भी पुलिस की टीम पहुंच गई। नगर के प्रमुख चौराहों, अस्पताल परिसर, कोतवाली में भी पुलिस बल तैनात रहा।
कोतवाल भूपेंद्र सिंह बृजवाल के मुताबिक पीड़ित बालिका की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ अभी दुष्कर्म के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। तीनों आरोपियों को पुलिस ने संरक्षण में ले लिया है। इधर, बताया जा रहा है कि आज शाम तक धारा 511 यानी अपराध के प्रयास की धारा हट जाएगी। दरअसल, मेडिकल रिपोर्ट में भी बच्ची से दुराचार की पुष्टि होने की बात सामने आ रही है।
जैसे ही बच्ची से तीन नाबालिगों द्वारा दुष्कर्म की घटना की सूचना मिली तो आसपास के थानों की पुलिस फोर्स सितारगंज पहुंच गई थी। रात में ही पीएसी की तीन गाड़ियां भी पहुंच गईं। विशेष सतर्कता बरतते हुए रात में मुख्य चौराहों पर भी पुलिस बल तैनात रहा। सोमवार शाम स्थानीय पुलिस अधिकारियों को दुष्कर्म की जानकारी मिलते ही उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। एक आरोपी के दूसरे समुदाय का होने की जानकारी मिलते ही खुफिया विभाग व पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया।