सहारनपुर /जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र ने तहसील नकुड़ के ग्राम लुण्ढा में पंहुचकर अपने सामने धान की फसल कटवाकर फसलोत्पादन का औसत आकलन कराया। उन्होने बताया कि सरकार द्वारा क्रॉप कटिंग के आधार पर ही उत्पादकता के सटीक आंकड़े प्राप्त किये जाते हैं। क्रॉप कटिंग से प्राप्त आंकडों के आधार पर ही ओलावृष्टि, अतिवृष्टि एवं अन्य प्रकार से फसल नुकसान और फसल बीमा की मुआवजा राशि का निर्धारण किया जाता है।mइस दौरान धान की कटाई कर रहे किसान एकत्रित हो गये। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की बेहद खुशी है कि जिला कलक्टर हमारे गांव व खेत में पंहुचे हैं। इस दौरान ग्रामीण काफी उत्साहित दिखे, उन्होंने कहा कि जिले के मुखिया को अपने खेत में देखकर वह आज अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। क्रॉप कटिंग के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों से संवाद स्थापित कर उनका हालचाल जाना। डीएम ने क्रॉप कटिंग के दौरान उपस्थित किसानों को नजदीकी धान क्रय केन्द्र पर धान बेचने की सलाह दी। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा के फायदे बताते हुए कहा कि किसी प्रकार का भी बीमा आपदा के समय ही काम आता है। हांलांकि फसल बीमा योजना स्वैच्छिक कर दी गयी है, परन्तु किसी भी प्रकार की आपदा से बचने के लिये बीमा अवश्य ही लाभकारी होता है। उन्होंने बताया कि धान खरीद केन्द्र पर धान बेचने से उनकी फसल का उचित मूल्य प्राप्त होगा, बेहतर होगा कि वह किसी प्रकार की अफवाह या बहकावे में न आएं। उन्होंने किसानों को पराली का उचित प्रबन्धन किये जाने की सलाह देते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिये पराली न जलाने की अपील की।
इस दौरान तहसीलदार नकुड श्री राधेश्याम शर्मा, राजस्व निरीक्षक श्री रघुवीर सिंह, लेखपाल श्री पवन सोलंकी, अन्य अधिकारी एवं ग्राम प्रधान तथा कृषक उपस्थित रहे।