राजस्थान के जैसलमेर जिले में सरकारी जमीन से हटाए गए सैकड़ों पाकिस्तानी प्रवासियों के पुनर्वास के लिए जिला प्रशासन जमीन का चयन कर लिया है। खबर है कि जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर मूलसागर के पास की 40 बीघा जमीन पर पाकिस्तानी हिन्दू विस्थापितों को बसाया जाएगा। यूआईटी बिजली और पानी की व्यवस्था करेगी। जमीन का चयन के बाद से ही सोमवार शाम को इस जमीन को समतल किए जाना शुरू कर दिया गया। काम शुरू करने से पहले पूजा-अर्चना की गई थी, फिलहाल इस जमीन पर 200 के करीब परिवार निवास कर सकेंगे। वहीं, जमीन के चयन के बाद से ही पाकिस्तानी विस्थापितों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
विस्थापितों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाते हुए जिला कलेक्टर टीना डाबी को धन्यवाद दिया। जैसलमेर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कुछ दिन पहले पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया था कि पाक प्रवासियों के पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और जल्द ही उन्हें जमीन आवंटित की जाएगी। डाबी ने कहा, “हमने एक समिति बनाई है, जो जल्द ही एक उपयुक्त स्थान की पहचान करेगी जहां पर पाकिस्तानी प्रवासियों का पुनर्वास किया जा सके।
शुरुआत में हम उन लोगों को जमीन देंगे, जिन्हें भारतीय नागरिकता मिल गई है।” डाबी ने आगे कहा कि प्रशासन को बार-बार शिकायत मिल रही थी कि पाकिस्तानी प्रवासी सरकारी जमीन और जलग्रहण क्षेत्रों पर अतिक्रमण कर रहे हैं। अधिकारी ने यह भी कहा कि जिला प्रशासन ने पाक प्रवासियों को भूमि आवंटन तक सरकार द्वारा संचालित ‘रैन बसेरा’ में आवास की व्यवस्था की थी। बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में अमर सागर इलाके में नगर विकास न्यास (UIT) ने 30 घरों को तोड़ दिया था।