हत्या के एक मामले में सहारनपुर जेल में बन्द अजय नाम के बंदी की रिहाई को लेकर एक कथित लेटर जेल पहुंचा है। इससे भी अधिक खास बात ये है कि राष्ट्रपति भवन के नाम से आये इस पत्र में बंदी अजय की समय पूर्व रिहाई करने के लिए कहा गया है। पत्र में लिखा है कि बंदी अजय को रिहा कर दो। ये भाषा देखकर जेल प्रशासन को शक हुआ और पत्र को संदिग्ध मानते हुए मामले की जांच कराई गई। प्रथम जांच में पत्र के राष्ट्रपति भवन से आने की पुष्टि नहीं हुई। इस पर जेल प्रशासन ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
पिछले सप्ताह सहारनपुर जिला जेल को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से एक पत्र पहुंचा। इस पत्र में राष्ट्रपति भवन का हवाला दिया गया था और पत्र में लिखा था कि थाना सरसावा के झरौली गाँव के रहने वाले अजय को उसकी सजा की अवधि पूरी होने से पहले समय ही रिहा कर दिया जाए। अजय को सहारनपुर पुलिस ने 24 नवंबर 2024 को हत्या के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। न्यायालय ने इसे जेल भेज दिया था। यह मामला जिला एवं सत्र न्यायालय में ट्रायल पर है। भेजे गए पत्र में कहा गया कि यह आदेश राष्ट्रीय भवन की “राष्ट्रीय विशेष अदालत” से जारी हुआ है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक सत्य प्रकाश सिंह का कहना है कि इस पत्र को देखकर उन्हें संदेह हुआ तो बंदी की पूरी कुंडली कुंडली खंगाली गई। जब कोई पुष्टि नहीं हुई तो शक और मजबूत हो गया। जनकपुरी थाना पुलिस से इस पूरे मामले में शिकायत की गई है और पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया है।