पिछले दिनों जेल में बंद रहे बर्खास्त इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह ने जेलर राजेश कुमार सिंह के सीयूजी नंबर पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद वह लगातार जेलर को धमकी दे रहा था। आरोप है कि आरोपी अमित जेल में बंद रहते हुए जेलर पर बिना पर्ची के मुलाकात का दबाव बनाता था।
बर्खास्त इंस्पेक्टर अमित आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद किया गया था। उस पर 22 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। लगभग 6 महीने पहले अमित कुमार सिंह मेरठ जेल से स्थानांतरित होकर मुजफ्फरनगर जेल में आया था। जेलर राजेश कुमार ने बर्खास्त इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह पर अवैध कार्य, अभद्रता और बिना पर्ची के मुलाकात करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
11 अप्रैल 2024 को बर्खास्त इंस्पेक्टर अमित सिंह जमानत पर जेल से बाहर आ गया। इसके बाद से वो अलग-अलग नंबरों से लगातार जेलर राजेश कुमार सिंह को अवैध कार्य करने के लिए दबाव बनाता था और ऐसा न करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा था।
अमित कुमार ने 23 अगस्त की रात को जेलर राजेश सिंह के सरकारी सीयूजी नंबर पर कॉल करके गाली गलौज की थी और उन्हें व उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी थी। राजेश सिंह ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की। इसके बाद अमित कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने जेलर राजेश कुमार की तहरीर पर नई मंडी कोतवाली में बर्खास्त इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।