उत्तर प्रदेश के बदायूं की जामा मस्जिद बनाम नीलकंठ महादेव मंदिर मामले में आज यानी 10 दिसंबर को होने वाली सुनवाई टल गई है। दरअसल, जिला बार के अधिवक्ता के निधन के चलते अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। इसी के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस मामले में अगली सुनवाई 17 दिसंबर को होगी। जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी की तरफ से 30 नवंबर से बहस शुरू की गई थी।
क्या है विवाद?
यह विवाद साल 2022 से चल रहा है। हिंदू नेता मुकेश पटेल ने बदायूं की जामा मस्जिद के स्थान पर पहले नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए याचिका दायर की थी। उनका आरोप है कि मस्जिद के निर्माण के दौरान नीलकंठ महादेव मंदिर का शिवलिंग हटा दिया गया था। हिंदू पक्ष ने अदालत से इस मामले में सर्वे कराने की मांग की थी, लेकिन मुस्लिम पक्ष ने इसका विरोध किया। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि सर्वे का आदेश देकर माहौल को खराब किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह विवाद 2022 में शुरू हुआ था, जब हिंदू पक्ष ने याचिका दायर की थी। याचिका में दावा किया गया कि जामा मस्जिद के निर्माण से पहले इस स्थान पर नीलकंठ महादेव मंदिर था, जिसमें शिवलिंग भी था। इस याचिका को कोर्ट ने स्वीकार किया और सुनवाई शुरू हुई। अब दो साल बाद यह मामला अदालत में विचाराधीन है और आज फिर इस पर सुनवाई होगी। इस मामले का फैसला आने के बाद यह तय होगा कि आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।