जम्मू में बस पर आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले जयपुर जिले के चार लोगों के शव मंगलवार को यहां लाये गये। यहां से शवों को चोमू और मुरलीपुरा में उनके पैतृक स्थानों पर भेजा जाएगा।
इस बीच, पीड़ित परिवारों के लिए सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग करते हुए हजारों लोग यहां रेलवे स्टेशन पर, और चोमू तथा मुरलीपुरा में एकत्र हुए।
ट्रेन के जयपुर पहुंचने से पहले ही कई राजनीतिक कार्यकर्ता भी रेलवे प्लेटफॉर्म पर मौजूद थे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने भाजपा नेता भूपेंद्र सैनी के खिलाफ नारेबाजी भी की।
मुरलीपुरा थाने के बाहर पूजा और लिवांश के परिवार के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वे शव तभी स्वीकार करेंगे जब उन्हें न्याय मिलेगा क्योंकि प्रशासन ने अब तक सिर्फ आश्वासन दिया है।
आतंकवादी हमले में घायल पवन के चाचा सत्यनारायण ने कहा, “हमारी मांगे ऑन द स्पॉट पूरी की जानी चाहिये। कल हम मुख्यमंत्री आवास पर गये थे, और एसडीएम तथा कलेक्टर से मिले थे। लेकिन हमें कोई आश्वासन नहीं मिला।”
प्रदर्शनकारियों के साथ मौजूद चोमू की निर्दलीय विधायक शिखा मील बराला ने कहा, “पूरे शहर से लोग पहुंचे हैं। वे एक सुर में आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलना चाहिये। अनाथ हुए बच्चों की मुफ्त शिक्षा और चिकित्सा की व्यवस्था की जानी चाहिये। जयपुर के जिलाधिकारी से जल्द से जल्द मांगें पूरी करने के लिए कहा गया है ताकि शवों का अंतिम संस्कार हो सके।”
आतंकवादी हमले में मारे गये जिले के चार लोग एक ही परिवार से सदस्य हैं। राजेंद्र सैनी (42) और उनकी पत्नी ममता सैनी (40) चोमू की रहने वाली हैं। उनके तीन बच्चे हैं जिन्हें सोमवार शाम तक माता-पिता की मौत की सूचना नहीं दी गई थी। राजेंद्र की भतीजी पूजा सैनी (30) और पूजा का दो साल का बेटा लिवांश उर्फ किट्टू भी हमले में मारे गये थे। पूजा के पति पवन सैनी (32) भी घायल हो गये हैं। उन्हें कटरा में नारायण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और बाद में अस्पताल के छुट्टी दे दी गई थी।
विरोध-प्रदर्शनों को देखते हुए चोमू में थाने की सुरक्षा बढ़ी दी गई है। छह थानों की पुलिस को वहां तैनात किया गया है।