उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बड़ा फैसला लिया है। सीएम धामी ने चारधाम यात्रा में दर्शन करने आने वाले यात्रियों की दैनिक निर्धारित सीमा को समाप्त करने के निर्देश दिए हैं।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर ऋषिकेश एवं हरिद्वार में चारों धामों के दर्शन के लिए निर्धारित की गई सीमा को समाप्त करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि चारों धामों में भीड़ सामान्य होने के बाद मुख्यमंत्री धामी के निर्देशानुसार जनहित में यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा श्रद्धालु अब ऋषिकेश और हरिद्वार के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जाकर भी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल चारधाम यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। पिछले साल चारधाम यात्रा की शुरुआत होने के एक महीने के भीतर 12,35,517 श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन किये थे। जबकि, इस साल 19,64,912 श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर चुके हैं। जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग डेढ गुना अधिक है।
दरअसल, चार धाम यात्रा को शुरू हुए एक महीना हो गया है। यात्रा के शुरुआती दिनों में उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे थे। इसके चलते सरकार और प्रशासन की तमाम तैयारियां धराशाई हो गईं थीं। स्थिति को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कमान संभालते हुए श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित करने का फैसला किया था।
श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित करने के अलावा सीएम धामी ने हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन को 31 मई तक बंद करने के निर्देश दिए थे। सीएम के दिशा-निर्देशों के बाद व्यवस्था पटरी पर आई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन फिर से करने के निर्देश दिए। लेकिन, एक दिन में रजिस्ट्रेशन की संख्या 2000 निर्धारित की गई थी। अब मुख्यमंत्री ने उस आदेश को भी खत्म कर दिया।