भारत ने बुधवार को एक बेहद अहम कामयाबी हासिल करते हुए चांद पर अपने कदम रख दिए। इसरो के मिशन चंद्रयान-3 के तहत तय समय पर विक्रम लैंडर की लैंडिंग हुई और इसके साथ ही पूरा देश खुशी से झूम उठा।
वहीं, इस दौरान बीबीसी के एक एंकर ने चंद्रयान-3 को लेकर भारत पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक गरीब आबादी वाले देश को क्या इस मिशन पर इतनी बड़ी रकम खर्च करनी चाहिए। इसपर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने बीबीसी के एंकर को करारा जवाब दिया।
दरअसल, एक वायरल वीडियो में बीबीसी के एंकर ने अपने शो में कहा, ‘भारत की एक बहुत बड़ी आबादी गरीबी में अपना जीवन गुजार रही है और करीब 70 करोड़ लोगों के पास शौचालय तक नहीं हैं। भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर की इतनी कमी है, तो ऐसे में क्या एक अंतरिक्ष मिशन पर इतनी बड़ी रकम खर्च करनी चाहिए?’
इस वायरल वीडियो पर जवाब देते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा, ‘क्या वाकई में? सच्चाई ये है कि दशकों तक कायम रहे ब्रिटिश शासन की वजह से हमारे देश में बड़े पैमाने पर गरीबी है। ब्रिटिश सरकार ने एक पूरा सिस्टम बनाकर हमारे देश की संपत्ति को लूटा। और, इसमें भी सबसे कीमती वो कोहिनूर हीरा नहीं था, जो इस देश से लूटा गया, बल्कि सबसे कीमती था हमारा गौरव और हमारी अपनी ही क्षमताओं पर हमारा भरोसा, जिसे हमसे छीन लिया गया।’
आनंद महिंद्रा ने आगे लिखा, ‘उपनिवेशीकरण का लक्ष्य ही अपने पीड़ितों को उनकी हीनता का विश्वास दिलाना होता है, जो सबसे ज्यादा घातक है। यही वजह है कि शौचालय और अंतरिक्ष की खोज, दोनों में निवेश करना आपस में विरोधाभास नहीं है। सर, चांद पर पहुंचने से हमें हमारा वही खोया हुआ गौरव और आत्म-विश्वास हासिल करने में मदद मिलती है। इससे विज्ञान के जरिए विकास में एक भरोसा पैदा होता है। सबसे बड़ी गरीबी अगर कोई है, तो वो है महत्वाकांक्षा की गरीबी। और, ये मिशन हमें उसी गरीबी से बाहर निकलने की प्रेरणा देता है।’
Really?? The truth is that, in large part, our poverty was a result of decades of colonial rule which systematically plundered the wealth of an entire subcontinent. Yet the most valuable possession we were robbed of was not the Kohinoor Diamond but our pride & belief in our own… https://t.co/KQP40cklQZ
— anand mahindra (@anandmahindra) August 24, 2023
आपको बता दें कि भारत ने बुधवार को अंतरिक्ष की दुनिया में उस वक्त इतिहास रच दिया, जब चंद्रमा के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला वो पहला देश बन गया। वहीं, रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत चीन पर कदम रखने वाला चौथा देश बन गया है। भारत की इस सफलता पर विश्व भर से बधाई संदेश मिल रहे हैं।