प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन को व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान 10 विशेष उपहार दिए हैं। आज व्हाइट हाउस में बाइडेन परिवार, प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के स्वागत में डिनर कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है और उससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय परंपरा से जुड़े 10 उपहार बाइडेन परिवार को सौंपे हैं।

पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन को ‘दस दानम’ के साथ एक विशेष चंदन का बॉक्स भेंट किया है, जिसे जयपुर के एक मास्टर शिल्पकार ने हाथों से बनाया है। कर्नाटक के मैसूर से प्राप्त चंदन में जटिल रूप से नक्काशीदार वनस्पतियों और जीवों के पैटर्न के साथ इस बॉक्स को बनाया गया है। ये चंदन का बॉक्स भारतीय परंपरा और हस्तशिल्प को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जो चंदन का बॉक्स अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार मे दिए हैं, उसमें 10 चीजें हैं। चंदन का बॉक्स में गौदान (गाय का दान) के लिए गाय के स्थान पर पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा एक नाजुक हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया है।

भूदान (भूमि का दान) के लिए भूमि के स्थान पर मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा दिया गया है।

तिलदान (तिल के बीज का दान) के लिए तमिलनाडु से लाया गया सफेद तिल दिया गया है।

राजस्थान में हस्तनिर्मित, 24 कैरेट शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का हिरण्यदान (सोने का दान) के रूप में पेश किया गया है।

बॉक्स में 99.5% शुद्ध और हॉलमार्क वाला चांदी का सिक्का भी है जिसे राजस्थान के कारीगरों द्वारा सौंदर्यपूर्ण ढंग से तैयार किया गया है और इसे रौप्यदान (चांदी का दान) के रूप में पेश किया गया है।

वहीं, लवंदन (नमक का दान) के लिए गुजरात का लवन या नमक दिया गया है।

बॉक्स में गणेश की मूर्ति है, जो एक हिंदू देवता हैं और जिन्हें बाधाओं का विनाशक माना जाता है और जिनकी सभी देवताओं में सबसे पहले पूजा की जाती है। मूर्ति को कोलकाता के पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के एक परिवार द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है।

बॉक्स में एक दीया (तेल का दीपक) भी है, जो हर हिंदू अपने घर में एक पवित्र स्थान पर रखता है। इस चांदी के दीये को भी कोलकाता में पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के परिवार के कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति को भारतीय उपनिषदों का एक अंग्रेजी अनुवाद प्रकाशित किताब भी गिफ्ट किया है, जिसे श्री पुरोहित स्वामी के साथ डब्ल्यूबी येट्स ने अनुवाद किया है। दोनों लेखकों के बीच अनुवाद और सहयोग 1930 के दशक में हुआ और यह येट्स के अंतिम कार्यों में से एक था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन को प्रयोगशाला में बनाया गया 7.5 कैरेट का हरा हीरा भी उपहार में दिया है। ये हीरा पृथ्वी से खोदे गए हीरों के रासायनिक और ऑप्टिकल गुणों को दर्शाता है। यह पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि इसे बनाने में सौर और पवन ऊर्जा जैसे पर्यावरण के संसाधनों का उपयोग किया गया है।

हरे हीरे को पपीयर मेशी नामक डिब्बे में रखा जाता है, जिसे कार-ए-कलमदानी के रूप में जाना जाता है, कश्मीर की उत्कृष्ट पपीयर माचे में कागज की लुगदी और नक्काशी के साथ सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है, जहां कुशल कारीगर विस्तृत डिजाइन तैयार करते हैं।

हरा हीरा जिम्मेदार विलासिता का एक प्रतीक है जो भारत की 75 वर्षों की स्वतंत्रता और टिकाऊ अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का प्रतीक है।

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