नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे सवाल करते हुए पूछा है कि वह बताएं कि अडानी समूह की कंपनियों में 20 हज़ार करोड रुपए किसके हैं। श्री खडगे ने ट्वीट किया‘‘नरेंद्र मोदी जी, अडानी की शेल कंपनियों में 20 हज़ार करोड़ रुपए किसके हैं। ललित मोदी, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या, जतिन मेहता आदि क्या आपके‘भ्रष्टाचारी भगाओ अभियान’के सदस्य है। क्या आप इस गठबंधन के संयोजक हैं। खुद को भ्रष्टाचार विरोधी बता छबि बनाना बंद कीजिए।
उन्होंने कहा कि पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें, कर्नाटक में आपकी सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप क्यों है। मेघालय में नंबर एक भ्रष्टाचारी सरकार में आप शामिल क्यों। राजस्थान में संजीवनी कोऑपरेटिव घोटाला, मप्र का पोषण घोटाला या छत्तीसगढ़ में नान घोटाला में क्या भाजपा नेता शामिल नहीं।
खरगे ने ट्वीट किया, ‘मोदी जी, अडाणी की मुखौटा कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये किसके हैं? ललित मोदी, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या, जतिन मेहता आदि क्या आपके ‘भ्रष्टाचारी भगाओ अभियान’ के सदस्य है? क्या आप इस गठबंधन के संयोजक हैं? उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक में आपकी सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप क्यों है? मेघालय में नंबर एक भ्रष्टाचारी सरकार में आप शामिल क्यों हैं? राजस्थान में संजीवनी कोऑपरेटिव घोटाला, मध्य प्रदेश का पोषण घोटाला या छत्तीसगढ़ में नान घोटाला में क्या भाजपा नेता शामिल नहीं?
कांग्रेस अध्यक्ष ने कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष के 95 प्रतिशत नेताओं पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की कार्रवाई। भाजपा में शामिल नेता क्या वाशिंग मशीन से धुलकर साफ हुए हैं? छप्पन इंच की छाती है तो जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) बैठाइये और नौ वर्षों में पहली बार सरेआम खुली प्रेस वार्ता कीजिये। हां, उनको जवाब दीजिएगा जो ये ना पूछे कि- ‘आप आम कैसे खाते हैं’ या ‘आप थकते क्यों नहीं’।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए मंगलवार को कहा था कि भ्रष्टाचार में लिप्त नेता एक साथ, एक मंच पर आ रहे हैं और कुछ दलों ने मिलकर ‘भ्रष्टाचारी’ बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय कार्यालय के विस्तार का लोकार्पण करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा था कि पूरे विश्व में आज जब हिंदुस्तान का डंका बज रहा है, तो देश के भीतर और देश के बाहर बैठी ‘भारत विरोधी शक्तियों’ का एकजुट होना स्वाभाविक है।