जम्मू-कश्मीर के पुंछ-राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में हरियाणा के लाल लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा शहीद हो गए। 30 वर्षीय दिनेश भारतीय सेना की 5 फील्ड रेजिमेंट में तैनात थे। उनकी शहादत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है, वहीं उनके परिवार को अपने बेटे की वीरता पर गर्व है।
‘मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है’
शहीद के पिता दयाचंद शर्मा ने भावुक होते हुए कहा, “मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। उसने भारत माता के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए। वह अपने पीछे दो छोटे बच्चों को छोड़ गया है, मैं उन्हें भी भारतीय सेना में भेजूंगा।”
ऑपरेशन सिंदूर के तहत हुआ हमला
भारतीय सेना ने 6 और 7 मई की दरमियानी रात “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। इसी दौरान पाकिस्तान की सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में भारी गोलीबारी की। जवाबी कार्रवाई में लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा शहीद हो गए। इस संघर्ष में भारतीय सेना के चार अन्य जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए।
कौन थे लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा?
दिनेश कुमार शर्मा साल 2014 में तोपखाना रेजिमेंट में लांस नायक के पद पर भर्ती हुए थे। वह हरियाणा के पलवल जिले के होडल उपमंडल के गांव नंगला मोहम्मदपुर गुलावद के रहने वाले थे। वह पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके परिवार में कई सदस्य पहले से ही सेना में कार्यरत हैं। उनके दो सगे भाई कपिल और हरदत्त भारतीय सेना में क्रमश: जम्मू-कश्मीर और भोपाल में तैनात हैं।
परिवार की स्थिति
शहीद दिनेश अपने पीछे सात वर्षीय बेटी काव्या, पांच वर्षीय बेटे दर्शन और गर्भवती पत्नी सीमा शर्मा को छोड़ गए हैं। सीमा पेशे से वकील हैं। उनके परिवार की हालत इस समय भावनात्मक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन देश के लिए बेटे की कुर्बानी पर गर्व भी उतना ही गहरा है।
अंतिम विदाई
लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। भारतीय सेना ने आधिकारिक बयान में कहा, “लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा ने अंतिम सांस तक देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए दुश्मनों से बहादुरी से लड़ा। हम उनकी बहादुरी और बलिदान को सलाम करते हैं।”
