देश-दुनिया में शिक्षा की काशी कही जाने वाली चर्मण्वती की नगरी कोटा को मई माह के अंतिम सप्ताह में विश्व प्रसिद्ध चम्बल रिवरफ्रंट की सौगात मिल जाएगी। यह कोटा के विकास का अब तक का सबसे बड़ा तौहफा रहेगा। साथ ही, ऑक्सीजोन को भी अगले महीने से शहरवासी निहार सकेंगे। दोनों बड़े प्रोजेक्ट की योजना के बारे में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से पत्रिका ने विशेष बातचीत की है। पेश है बातचीत के अंश।
धारीवाल: रिवरफ्रंट का काम अंतिम चरण में चल रहा है। मई मध्यम तक कार्य पूरा हो जाएगा। मेरी नजर में यह दुनिया का सबसे नायाब हैरिटेज रिवरफ्रंट है।
धारीवाल: मई के अंतिम सप्ताह में चम्बल रिवरफ्रंट और ऑक्सीजोन का लोकार्पण किया जाएगा। इसकी तैयारियों के लिए सोमवार को अधिकारियों के साथ मैं खुद विजिट करूंगा और कार्य की समीक्षा की जाएगी।
धारीवाल: मुख्यमंत्रीजी ने लोकार्पण समारोह की सहमति दे दी है। दो दिवसीय लोकार्पण समारोह कोटा में होगा। प्रदेश की पूरी कैबिनेट दो दिन कोटा में रहेगी। सभी विभागों के प्रमुख शासन सचिव आएंगे। लोकार्पण समारोह की तिथि सीएम तय करेंगे। इसकी अधिकारियों को तैयारियां शुरू करने निर्देश दिए जा चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
धारीवाल: राज्य सरकार ने एयरपोर्ट के लिए शम्भूपुरा में नि:शुल्क जमीन उपलब्ध करवा दी है। हमारा प्रयास है कि कोटा में जल्द एयरपोर्ट शुरू हो। राज्य सरकार हरसंभव मदद के लिए तैयार है। एयरपोर्ट बनने के बाद कोटा देश का प्रमुख पर्यटन स्थल बन जाएगा।
1200 करोड़ का निर्माणाधीन है चम्बल रिवरफ्रंट
24 घाट बनाए गए हैं 02 वाटर पार्क भी बनाएं 08 विश्व स्तरीय स्मारक
06 किलोमीटर फैला है चम्बल की डाउन स्ट्रीम में