डीजीपी मुख्यालय ने केरल में एर्नाकुलम स्थित कन्वेंशन सेंटर में बम धमाकों के बाद पुलिस को हाई अलर्ट कर दिया है। विशेष पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के अलावा एटीएस की सभी इकाइयों को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए संदिग्धों की निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है।
यूपी एटीएस केरल में हुए धमाकों के बारे में जानकारी जुटा रही है । वह देश की सुरक्षा एजेंसियों के अलावा केरल पुलिस के साथ भी संपर्क बनाए हुए है । केरल के कट्टरपंथी संगठनों के संपर्क में रहे संदिग्धों की निगरानी बढ़ा दी गई है। इजरायल-फलस्तीन संघर्ष शुरू होते ही पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था।
अलीगढ़ समेत कुछ जिलों में फलस्तीन समर्थन में जुलूस निकालकर नारेबाजी किए जाने की घटनाओं को शासन ने गंभीरता से लिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद शासन ने स्पष्ट कर दिया था कि केंद्र सरकार के रुख के विपरीत जाकर विरोध या समर्थन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस निर्देश के बाद अलीगढ़ में जुलूस निकालने वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। साथ ही सोशल मीडिया पर इजरायल का विरोध करने वाले कुछ लोग गिरफ्तार भी किए गए।
पुलिस ने सोशल मीडिया पर फलस्तीन का समर्थन करते हुए उसे आर्थिक मदद देने के नाम पर चंदा उगाही करने वालों को भी कार्रवाई की चेतावनी दी है। लखीमपुर खीरी में तैनात एक पुलिसकर्मी को सोशल मीडिया पर चंदा एकत्र करने की अपील जारी करने के आरोप में निलंबित भी कर दिया गया है। डीजीपी मुख्यालय का सोशल मीडिया निगरानी सेल लगातार सक्रिय है।